Mahakal Temple: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की कमान अब होमगार्ड जवान संभालेंगे। इसके लिए जल्द ही होमगार्ड के 500 जवानों की भर्ती निकाली जाएगी। महाकाल मंदिर होमगार्ड की भर्ती हो जाने के बाद प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी के लोगों को वहां से हटा दिया जाएगा। श्रद्वालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर यह निर्णय लिया गया है।

दर्शनार्थियों से अभद्रता की घटनाएं
प्राइवेट एजेंसी के सिक्योरिटी गार्ड को लेकर आए दिन विवाद होता रहता है। दर्शनार्थियों से कई बार अभद्रता होने की घटनाएं भी सामने आ चुकी है। उच्च स्तर के अधिकारियों ने भी इस मामले को संज्ञान में लिया है। हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में मंदिर की सुरक्षा के लिए होमगार्ड भर्ती की घोषणा की है। इसके लिए होमगार्ड विभाग तैयारियां शुरू करेगा। 

विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी
सुरक्षा के लिहाज से होमगार्ड की तीन कंपनियां गठित होंगी। होमगार्ड जवान धर्मस्व विभाग से मंदिर की सुरक्षा को लेकर विशेष ट्रेनिंग लेंगे। इसमें प्रोटोकॉल और दर्शनार्थियों से व्यवहार सहित कई बिंदुओं पर उनको प्रशिक्षित किया जाएगा। होमगार्ड जवानों को कई प्रकार के कामों में दक्ष किया जा रहा है, जिसमें एसडीआरएफ में तैनाती मुख्य रूप से है।

लिखित में दिशा निर्देश नहीं
डीआईजी होमगार्ड मनीष कुमार अग्रवाल का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया के संबंध में अभी लिखित में दिशा निर्देश नहीं मिले हैं फिर भी हमारी तैयारी है, जैसे ही उच्च स्तर से निर्देश मिलेंगे होमगार्ड जवानों की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। बता दें कि महाकाल मंदिर परिसर में कई बार श्रद्धालुओं और सिक्योरिटी एजेंसी के सुरक्षा बलों के बीच बहस की स्थिति बन जाती है, जिसकी शिकायतें भी लगातार सामने आती हैं। अब होमगार्ड के जवान की नियुक्ति होने से ऐसी शिकायतों के कम होने का अनुमान भी लगाया जा रहा है।