MP News: इंदौर में आयोजित लता अलंकरण समारोह में प्रसिद्ध गायिका केएस चित्रा और अनुभवी संगीतकार उत्तम सिंह को राष्ट्रीय लता अलंकरण से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव शामिल हुए, उन्होंने दोनों कलाकारों को सम्मानित किया।
सीएम बोले-लता मंगेशकर एक अद्वितीय गायिका
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि लता मंगेशकर एक अद्वितीय गायिका थीं। उनके जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने अपनी मधुर आवाज और मेहनत से भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने कहा, "हमने सरस्वती को नहीं देखा, पर लता जी की आवाज सुनकर यह महसूस होता है कि वीणावादिनी की आवाज कैसी होगी।" CM ने कहा कि लता जी ने अपने करियर में गायकों के लिए रॉयल्टी की लड़ाई लड़ी और संगीत उद्योग में एक नया मापदंड स्थापित किया।
संगीतकार उत्तम सिंह ने साझा किया अनुभव
संगीतकार उत्तम सिंह ने समारोह के दौरान लता जी के साथ काम करने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि 1986 में फिल्म 'मैंने प्यार किया' के गाने रिकॉर्ड हो रहे थे और यूनिट के कई सदस्यों की इच्छा थी कि लता जी से गवाया जाए। हालांकि, निर्देशक को यकीन नहीं था कि लता जी इतने वर्षों के बाद गाएंगी। लेकिन जब उत्तम सिंह ने उनसे अनुरोध किया, तो उन्होंने शर्त रखी कि वे उन्हें रिकॉर्डिंग स्टूडियो से लाने और छोड़ने आएं।
केएस चित्रा ने कहा- संगीत की धरोहर थीं लता दीदी
केएस चित्रा ने कहा कि लता अलंकरण पुरस्कार पाकर वे बेहद गर्वित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा, "लता जी की आवाज में जो सहजता, गहराई और भावनाएं थीं, वह अद्वितीय हैं। उनकी आवाज भारतीय संगीत की धरोहर है।" इस खास मौके पर केएस चित्रा ने लता जी के कुछ प्रसिद्ध गीत भी गाए, जिससे वहां मौजूद श्रोतागण भावविभोर हो गए।
इंदौर है लता मंगेशकर की जन्मभूमि
संस्कृति मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने लता मंगेशकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। छह दशकों तक लता जी की आवाज देशवासियों की पहली पसंद रही है। यह समारोह लता जी के प्रति सम्मान और आदर का प्रतीक है।