रूबी सरकार भोपाल

National Bird Day 2023: Indore News: यूं तो पेशे से सहायक प्राध्यापक हैं स्वप्निल व्यास। लेकिन पर्यावरण रक्षा का ऐसा जुनून कि अपनी तनख्वाह का 25 से 30 फीसदी इसी पर खर्च कर देते हैं। महर्षि इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर में सहायक प्राध्यापक की नौकरी मिलते ही उन्होंने अपनी कमाई का एक हिस्सा जैव विविधता पर खर्च करने का निर्णय ले लिया। स्कूलों में जाकर औषधीय पौधे रोपने लगे और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी बच्चों को सौंपने लगे। अब तक वे 35 हजार से अधिक औषधियों के पौधे इंदौर के अलग-अलग स्कूलों में रोप चुके हैं। 

'पक्षी निलय' प्रकल्प किया शुरू
उनको लगा कि सामा, गौरैया, कर्रा, कठफोडवा, नीलकंठ, पंडुक, परोकी, फूलचूशी, बगुला, कौवा, तोता और मैना जैसी पक्षियों की संख्या तेजी से कम हो रही है। इस स्थिति से निपटने के लिए स्वप्निल ने अपना नया प्रकल्प 'पक्षी निलय' शुरू किया। भारतीय पक्षियों की 182 प्रजातियों को आईयूसीएन की लुप्तप्राय प्रजातियों की लाल सूची में डाल दिया है, जो खतरनाक संकेत है। 

पक्षियों के लिए बनाया आशियाना
उन्होंने इस बार राष्ट्रीय पक्षी दिवस के अवसर पर सैंकड़ों की संख्या में पक्षियों का आशियाना बनाया और अब उन्हें औषधीय पौधों की तरह स्कूल और घरों में वितरित करेंगे। जिसकी शुरुआत शुक्रवार को राष्ट्रीय पक्षी दिवस पर इंदौर के जीजाबाई शासकीय (स्वशासी) स्नातकोत्तर कन्या अग्रणी महाविद्यालय से करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक हम पक्षियों कों प्राकृतिक घोंसला नहीं दे सकते तब तक कृत्रिम घर देकर उनके पलायन को रोक सकते हैं।