Chief Justice Suresh Kumar Kait: जस्टिस सुरेश कुमार कैत को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट का नया चीफ जस्टिस बनाया गया है। बुधवार(25 सितंबर) को कैथल (हरियाणा ) के रहने वाले सुरेश 28वें चीफ जस्टिस के तौर पर शपथ ले ली है। भोपाल के राजभवन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल सुरेश कुमार को शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित कई नेता और अधिकारी मौजूद रहे।
राजभवन, भोपाल में आयोजित मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस श्री सुरेश कुमार कैत जी का शपथ ग्रहण समारोह
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 25, 2024
https://t.co/5xKnsmwC1X
काकौत में हुआ जन्म, 2013 में बने परमानेंट जज
चीफ जस्टिस सुरेश कुमार का जन्म 24 मई 1963 को कैथल के काकौत गांव में हुआ था। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद सुरेश ने दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई की। ग्रेजुएशन के दौरान एनएसएस में यूनिट लीडर के रूप में चुने गए थे। 1989 में वकील के तौर पर पंजीकृत कराया। 2004 में केंद्र सरकार के स्थायी वकील के रूप में नियुक्त किए गए। 2008 में दिल्ली हाईकोर्ट में अतिरिक्त जज के तौर पर नियुक्ति के बाद 2013 में प्रमोशन पाकर परमानेंट जज बने।
माननीय राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल जी ने आज राजभवन में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के नवनियुक्त माननीय मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री सुरेश कुमार कैत जी को शपथ दिलाई।
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 25, 2024
मेरी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!@GovernorMP pic.twitter.com/fpz6WdPAoy
इस पद पर 6 महीने का होगा कार्यकाल
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 17 सितंबर को सुरेश कुमार कैत को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद के लिए सिफारिश की। उनका कार्यकाल इस पद पर 6 महीने का होगा। यह पद 24 मई 2024 से खाली पड़ा था, जब जस्टिस रवि मलिमाथ का सेवानिवृत्त हुए। इसके बाद जस्टिस शील नागू और फिर जस्टिस संजीव सचदेवा ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का कार्यभार संभाला। जुलाई 2024 में, कॉलेजियम ने जस्टिस जीएस संधूवालिया का नाम मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रस्तावित किया था, लेकिन बाद में संशोधन कर जस्टिस कैत का नाम सिफारिश किया गया।
यूपीएससी और रेलवे के पैनल वकील भी रह चुके हैं
जस्टिस कैत ने कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की है, जिनमें दिल्ली के जामिया हिंसा और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शामिल हैं। उनके निष्पक्ष और संतुलित दृष्टिकोण की न्यायिक क्षेत्र में सराहना की जाती है।
सर्वोच्च न्यायालय कॉलेज़ियम को बधाई। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में , १९५६ स्थापना के पश्चात , पहली बार एक विद्वान् दलित जज , माननीय जस्टिस क़ैत हमारे प्रदेश के मुख्य न्यायाधीश ( चीफ जस्टिस ) के पद ग्रहण करेंगे। अगली बार आदिवासी हो तो जस्टिस सिस्टम की प्रति विश्वास और बढ़ेगा।
— Vivek Tankha (@VTankha) September 24, 2024
विवेक तन्खा ने जस्टिस सुरेश कुमार कैत को दी बधाई
राज्यसभा सांसद और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने जस्टिस सुरेश कुमार कैत को बधाई दी। तन्खा ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में पहली बार एक दलित न्यायाधीश मुख्य न्यायाधीश का पद संभालेंगे। अगर अगली बार एक आदिवासी मुख्य न्यायाधीश बने, तो न्यायिक प्रणाली में विश्वास और बढ़ेगा।