Kamala Nehru Zoological Museum :  इंदौर के प्राणी संग्रहालय में एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बुधवार को अफ्रीकन जेब्रा लाए गए। यह जेब्रा प्रदेश के किसी चिड़ियाघर में नहीं थे। विशेषज्ञों की मौजूदगी में प्रबंधन ने बुधवार दोपहर इन्हें इंदौर चिड़ियाघर में छोड़ा तो वन्यजीव प्रेमी प्रफुल्लित हो उठे। आफ्रीकन जेब्रा देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही।

Kamala Nehru Zoological Museum, African zebra

मादा जेब्रा सुस्त, 11 को जाएंगे सफेद बाघ
कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय के प्रभारी डॉ उत्तम यादव ने बताया कि आफ्रीका से जेब्रा लाने की बात पिछले छह-सात माह से चल रही थी। मंगलवार को यह जेब्रा लेकर चले जामनगर से थे और बुधवार दोपहर 12 बजे इंदौर चिड़ियाघर में छोड़ा गया। जेब्रा को आइसोलेशन में नहीं रखा है, बल्कि देखरेख में बाड़े में छोड़ा गया है। ताकि, चिड़ियाघर में लोग उसे देख पाएं। अभी उसकी तय डाइट ही फालो की जा रही है। लंबा सफर करके आए हैं। इसलिए मादा जेब्रा थोड़ा सुस्त है। 11 जनवरी की सुबह व्हाइट टाइगर को यहां से ले जाया जाएगा।


1300 से ज्यादा वन्यप्राणी
52 एकड़ में फैले इंदौर चिड़ियाघर में अभी 1300 से ज्यादा वन्यप्राणी हैं। इनमें 11 बाघ, नौ लायन व चार तेंदुए शामिल हैं। पिछले 11 माह में यहां 10 शावकों ने जन्म लिया है। हिरण-सियार की संख्या भी 50 से अधिक है। स्नेक और बर्ड हाउस भी है, जो वन्यजीव प्रेमियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बने हुए हैं। बर्ड हाउस में इनके अलावा ग्रीन विग मकाऊ, ब्लू एड गोल्ड मकाऊ, कैपडोवे, लारी, उड़ने वाली गिलहरी, ग्लाइडर सहित 40 से ज्यादा प्रजाति के पक्षी हैं।