Monkey snatched tourist bag: नर्मदापुरम के हिल स्टेशन पचमढ़ी में बंदरों ने आतंक मचा रखा है। टूरिस्ट पर बंदर लगातार हमला कर रहे हैं। शुक्रवार पचमढ़ी में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। टूरिस्ट की गाड़ी में रखा 1 लाख रुपए से भरा बैग उठाकर बंदर फरार हो गया। टूरिस्ट बंदर के पीछे दौड़े, लेकिन बंदर एक मकान की छत पर जाकर बैठ गया। दूसरे लोग भी इकट्‌ठा हो गए। बंदर को लगा कि बैग में खाने-पीने की चीजें होंगी। बैग में खाने की कोई वस्तु नहीं मिली तो बंदर ने बैग में रखे 500-500 रुपए के नोट की गड्डी निकाली और छत पर ही बिखेर दिए। 

लोगों ने बंदर को भगाया, सैलानी को पैसे वापस दिए 
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र से कुछ सैलानी पचमढ़ी के बाजार से कुछ सामान खरीद रहे थे, तभी उनकी गाड़ी में रखा बैग बंदर उठा ले गया। बंदर ने एक मकान की छत पर बैठकर बैग की तलाशी ली। बैग में खाने के लिए कुछ नहीं मिला तो उसने नोटों को हवा में उड़ा दिया। नोटों को हवा में उड़ता देखकर पर्यटक और आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। लोगों ने बड़ी मशक्कत के बाद बंदर को भगाया। छत पर चढ़कर बैग और पैसे उठाए। इसके बाद टूरिस्ट को बैग और पैसे वापस किए।

एक माह में 60 से ज्यादा सैलानियों को बंदर ने काटा
सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में बंदरों का आतंक है। बंदर टूरिस्ट पर कई बार हमला कर चुके हैं। 1 महीने में 60 से ज्यादा सैलानियों को बंदर काट चुके हैं। जबलपुर की एक युवती को तो हाथ में इतना गहरा काटा कि डॉक्टरों को पैर की चमड़ी काटकर हाथ पर लगाना पड़ी। उन्हें शुक्रवार को ही अस्पताल से छुट्‌टी दी गई है। 

बंदर ने हाथ में काटा, ऑपरेशन के बाद कटी नसों को जोड़ा 
जबलपुर की दीपा चौधरी एक हफ्ते पहले पचमढ़ी घूमने पहुंची थीं। हांडी एरिया में उनको बंदर ने हाथ में काटा था। नसें डैमेज हो गई थीं। शुरुआती इलाज पचमढ़ी में हुआ। दूसरे दिन जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल में एडमिट हुईं। उनके हाथ की सर्जरी की गई है। ऑपरेशन के बाद कटी हुई जगह पर नसों को जोड़ा गया। पैर की चमड़ी निकाल कर कटी हुई जगह पर लगाई गई। हाथ पूरी तरह ठीक होने में महीनों लगेंगे।