MP by-election : मध्य प्रदेश में हो रहे उपचुनावों के दौरान राजनीति में एक नया मोड़ आया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के एक बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उनके इस बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने उन्हें नसीहत दी है, जिससे यह मुद्दा और भी गर्म हो गया। वहीं, दिग्विजय पर कार्तिकेय ने पलटवार किया है। सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो जारी कर कहा-चाचाजी! सीखना तो हम आपसे भी चाहते थे, लेकिन 10 सालों में कुछ किया नहीं। 

कार्तिकेय सिंह का पलटवार 
'कार्तिकेय सिंह ने कहा- श्री दिग्विजय सिंह जी वरिष्ठ नेता हैं। दो बार के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रहे आदरणीय दिग्विजय चाचा जी अगर मुझे फॉलो करते हैं, मेरी स्पीच सुनते है तो यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है।'

कार्तिकेय की चुनावी सभा में दिया था यह बयान
कार्तिकेय ने एक चुनावी कार्यक्रम में कहा, "अपनी पोलिंग में गड़बड़ी कर हम क्यों अपनी इज्जत खराब करें? क्या हमें काम कराने के लिए मुख्यमंत्री या कृषि मंत्री के पास नहीं जाना चाहिए?" उन्होंने आगे कहा कि यदि चुनाव में कांग्रेस का विधायक आ गया, तो "गांव में एक ईंट नहीं लगेगी।" उनका यह बयान सुर्खियों में आया। 

दिग्विजय सिंह ने दी नसीहत
दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, "इस प्रकार का भाषण मत दो। अपने पिता से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों को मिलकर काम करना चाहिए।" उन्होंने यह भी कहा कि पंचायत राज कानून में निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सरपंच की होती है, न कि विधायक की।