भोपाल। मध्यप्रदेश के CM डॉ मोहन यादव ने मंगलवार को पीएचई अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे नगरीय निकायों को जलापूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए जल निगम और नगरीय विकास एवं आवास विभाग से समन्वय स्थापित कर काम करें। सीएम ने कहा, ऐसे लोग या संस्था जो स्वयं के प्रयास से जल उपलब्ध कराते हैं, उन्हें 26 जनवरी और 15 अगस्त को सम्मानित किया जाए।
अपशिष्ट जल से गंदगी न फैले
सीएम मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (PHE) की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में मुख्यमंत्री ने विभाग की गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की और आवश्यक निर्देश दिए। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगरीय निकायों को जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जल निगम और नगरीय विकास एवं आवास विभाग परस्पर समन्वय से कार्ययोजना बनाकर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बड़े गांवों से निकलने वाले अपशिष्ट जल के पुनः उपयोग के लिए प्राथमिकता से कार्य करें, यह भी सुनिश्चित करें कि अपशिष्ट जल से गंदगी न फैले और बीमारियों की स्थिति निर्मित न हो।
निरंतर कार्यवाही हो और राज्य स्तर पर जानकारी दी जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि नल-जल योजनाओं के कार्य और सामग्री की गुणवत्ता की जांच के लिए जिला स्तर पर निरंतर कार्यवाही हो और उसकी जानकारी राज्य स्तर पर दी जाए। सीएम ने कहा कि स्वयं के प्रयास से लोगों को जल उपलब्ध कराने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को 15 अगस्त व 26 जनवरी पर सम्मानित किया जाए।