भोपाल। एंबुलेंस में स्टाफ की मदद से एक प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। महिला के परिजनों ने 108 एंबुलेंस को कॉल किया था। जिसके 10 मिनट बाद एंबुलेंस सूखी सेवनिया के खेरयाई टपरा गावं से लेकर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के लिए निकल गई थी। रास्ते में चौपड़ा कलां पर महिला को प्रसव पीड़ा होने लगी। दर्द बढ़ने पर एंबुलेंस को सड़क किनारे रोक कर महिला की डिलीवरी कराई गई।

सास की मदद से हुई डिलीवरी
एंबुलेंस स्टाफ के साथ महिला की सास भी मौजूद थी। जिनकी मदद से यह डिलीवरी कराई गई है। बच्ची का वजन लगभग 2.8 किलोग्राम से ज्यादा बताया जा रहा है। जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। साथ ही दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

एक साल में 750 से अधिक डिलीवर हुईं एंबुलेंस में
108 से मिली जानकारी के अनुसार पूरे प्रदेश में साल 2023 में 750 से अधिक ऐसे मामले सामने आए हैं। जिसमें परिवार द्वारा अंतिम समय में सूचना दी गई। जिसके चलते महिला की डिलीवरी एंबुलेंस में ही कराई गई। 108 एंबुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह परिहार का कहना है कि एंबुलेंस स्टाफ आपातकालीन स्थिति को संभालने में सक्षम है। कुछ लोग आखिरी समय पर एंबुलेंस पर कॉल करते हैं। जिससे इस तरह की स्थिति बनती है। मंगलवार वाले केस में दोनों जच्चा और बच्चा को सुरक्षित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।