Naxalite killed in Balaghat: बालाघाट पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हट्टा थाना क्षेत्र के कोठियाटोला में पुलिस और नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से गोलियां चलीं। मुठभेड़ में 14 लाख का इनामी नक्सली उकास उर्फ सोहन उर्फ आयतु ढेर हो गया। मारा गया नक्सली उकास सुकमा जिले के थाना जगरमुंडा क्षेत्र का रहने वाला था। वर्तमान में कान्हा भोरम डिवीजन में एसीएम के पद पर काम कर रहा था। एसपी के मुताबिक, सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच एक्सचेंज ऑफ फायर हुआ था। क्षेत्र में ऑपरेशन जारी है। घटना के बाद जिले में अलर्ट जारी कर दिया है।

तीन राज्यों में 14 लाख का ईनाम
नक्सली उकास पर तीन राज्यों की सरकार ने 14 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। जिसने वर्ष 2013 में नक्सली संगठन में दाखिला लिया था और दलम में कार्य करते हुए वह आई.ईडी एक्सपर्ट भी बन चुका था। लेकिन बालाघाट के जवानों ने आज मुठभेड़ में उसे ढेर कर दिया।

हॉकफोर्स के स्पेशल आपरेशन ग्रुप को मिली सूचना
दरअसल, हॉकफोर्स के स्पेशल आपरेशन ग्रुप को सूचना मिली थी कि जीआरबी डिवीजन एवं केबी डिवीजन के कुछ नक्सलीयों के सिविल कपड़ों में राशन, पानी इक्कठा करने की मंशा से ग्राम कोठियाटोला में आने की संभावना है। जहां सूचना के आधार पर हॉकफोर्स के स्पेशल आपरेशन ग्रुप द्वारा सर्च आपरेशन चलाया गया और कोठियाटोला के जंगल में सिविल कपड़ों में जा रहे 10-12 संदिग्ध व्यक्तियों से पुलिस का सामना हो गया। जहां दोपहर करीब 12 बजे के आसपास पुलिस और उन संदिग्ध नक्सलीयों के बीच मुठभेड़ हुई। जिसमें दोनों तरफ से गोलियां चलीं और इस मुठभेड़ में 14 लाख का हार्डकोर इनामी नक्सली उकास उर्फ सोहन ढेर हो गया। जिसके पास से 315 बोर की एक राइफल व केनवुड वायरलेस सेट बरामद किया गया।

तीन माह पहले पुलिस ने दो को किया था ढेर
बता दें कि तीन महीने पहले भी बालाघाट में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एमपी-छत्तीसगढ़ की सीमा पर केराझरी जंगल में हुई मुठभेड़ में 29 लाख और 14 लाख के इनामी 2 नक्सली मारे गए थे। पुलिस को सर्चिंग में दोनो के शव मिले थे। 29 लाख की इनामी सजंती उर्फ क्रांति (38) और 14 लाख के इनामी रघु उर्फ शेर सिंह (58) को पुलिस ने मार गिराया था। दोनों मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई वारदात में शामिल रहे थे।  

नक्सलियों के दो डिवीजन सक्रिय
एमएमसी जोन में नक्सलियों की दो डिवीजन सक्रिय हैं। दो डिवीजन में एक जीआरबी है। इनमें नक्सलियों की मलाजखंड टीम और दड़ेकसा टीम है। इसके अलावा टांडादलम में संख्या कम होने के चलते इसके सदस्य कभी मलाजखंड दलम, तो कभी दड़ेकसा दलम में घूमते रहते हैं। दूसरी केबी डिवीजन है। इस डिवीजन में भोरमदेव एरिया कमेटी और खटिया मोचा कमेटी सक्रिय हैं। एमएमसी जोन में नक्सलियों की 75-80 हो सकती है।