PM Kisan Samman Nidhi: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त फरवरी में जारी होनी है, लेकिन जिन किसानों ने अब तक अपनी Farmer ID नहीं बनवाई है, उन्हें किसान सम्मान निधि की इस्टालमेंट मिल पाना असंभव है। सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि के लिए फार्मर आईडी अनिवार्य कर दिया है। फरवरी से पहले इसे बनवाना होगा।
मध्य प्रदेश में फार्मर आईडी बनाने प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन जानकारी और दस्तावेजों के अभाव में किसान यह अपनी आईडी नहीं बनवा पा रहे हैं। सतना जिले में एक लाख से ज्यादा किसानों की फार्मर आइडी नहीं बनी। खंडवा जिले में 15 दिन से फार्मर आईडी बनाने की प्रक्रिया इ-साइन में अटकी हुई है। एमपी ऑनलाइन और सीएसी (कॉमन सर्विस सेंटर) में फार्मर आइडी जनरेट नहीं हो पा रही हैं।
क्या है Farmer ID?
मोदी सरकार ने किसान समान निधि योजना में फर्जीवाड़ा रोकने फार्मर आइडी की व्यवस्था लागू किया है। इसके लिए आधार की तर्ज पर हर किसान का पहचान पत्र (ID)बनाई जा रही है। इसमें किसान की पर्सनल डिटेल के साथ जमीन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां भी एड की जाएंगी। फार्मर आईडी अन्य सरकारी योजनाओं के लिए अनिवार्य है।
कैसे बनवाएं फार्मर आईडी
फार्मर आईडी के लिए किसानों को mpfr.agristack पोर्टल पर अपना पंजीयन कराना होगा। मोबाइल एप के जरिए भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है। पोर्टल में किसानों की भूमि संबंधी जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। साथ ही उनके सभी खाते लिंक कर ई-केवाईसी भी किया जा सकेगा।
Farmer ID के फायदे
- केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी। किसानों की पहचान और सत्यापन प्रक्रिया आसान होगी।
- कृषि ऋण, वित्त सहित अन्य कृषि सेवाओं की उपलब्धता में आसानी होगी।
- फसल ऋण, किसान क्रेडिट कार्ड और एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड आसानी से मिल सकेंगे।
- फसल बीमा योजना का लाभ लेने में भी आसानी होगी।
पोर्टल में तकनीकी समस्या
खंडवा जिले में 1 लाख 65 हजार 39 किसानों की फार्मर आइडी बनाई जानी है। इसके लिए 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक विशेष अभियान चलाया गया, लेकिन कुछ किसानों की आईडी ही बन पाईं। लिहाजा, सीएम ने 26 जनवरी तक सभी किसानों की आईडी बनाने के निर्देश दिए हैं। डेडलाइन बढ़ी, लेकिन 15 दिन से पोर्टल परेशान कर रहा है। पिछले कुछ दिन से आइडी जनरेट ही नहीं हो पा रही हैं। किसान परेशान हैं।
तैयार कराया जा रहा इ-ड्राप्ट
खंडवा SDM बजरंग बहादुर सिंह ने बताया कि फार्मर आइडी बनाने में परेशानी हो रही है। इ-साइन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही। इसलिए इ-ड्राप्ट तैयार कराया जा रहा है। जल्द ही यह समस्या दूर कर ली जाएगी।
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भोपाल में 1.55 हजार किसान
भोपाल जिले में 1 लाख 55 हजार किसानों की फार्मर आईडी बनाई जानी हैं। सभी एसडीएम और कृषि अधिकारियों को 30 नवंबर तक यह काम पूरा कराने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अभी एक लाख से ज्यादा किसान फार्मर आईडी से वंचित हैं। प्रभारी अधीक्षक भू-अभिलेख दुर्गा पटले ने बताया, फार्मर आईडी बनाने की प्रक्रिया जारी है। किसान खुद भी मोबाइल ऐप के जरिए आईडी जनरेट कर सकते हैं।