भोपाल (मधुरिमा राजपाल)। मध्यप्रदेश शासन, संस्कृति विभाग द्वारा लोकप्रिय अनुश्रुति शृंखला का भाग-2 का आयोजन शुक्रवार की शाम रवीन्द्र भवन स्थित अंजनी सभागार में किया गया। कार्यक्रम की सबसे मनभावन प्रस्तुति बाॅलीवुड के लोकप्रिय और एनिमल फेम सिंगर राघव चैतन्य एवं साथी, मुम्बई का लाइव कन्सर्ट रहा। उन्होंने सबसे पहले दिल.... हम्मा.... और ओ हमदम.... से अपनी प्रस्तुति की शुरुआत की। इस धमाकेदार एंट्री ने दीर्घा में बैठे हर एक श्रोता के दिल पर दस्तक दी और थिरकने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद तो राघव चैतन्य ने पिछले सात दिनों...., दिल चाहता है...., घुंघरू...., मित्रा.... जैसे सॉन्ग्स से पेश किए। ड्रम, गिटार, सिंथ जैसे इंस्ट्रूमेंट्स के साथ राघव ने सुर — ताल का ऐसा ताना बाना बुना की हर सुनने वाला इसमें डूब गया। सुरों का ये तिलिस्म यहीं खत्म नहीं हुआ, बल्कि पहला नशा...., दिल का दरिया.... सॉन्ग से होता हुआ एनिमल फिल्म में उनके द्वारा गाए लोकप्रिय सॉन्ग हुआ मैं.... पर जाकर थमा।
बधावा तुम तो आवजो न रे अम्बा वन का सोगिटा....
वही अगली कड़ी में लोक संसार के सजीले रंग बिखरे। भोपाल की पूर्णिमा चतुर्वेदी ने पारम्परिक उत्सवों, संस्कारों व सत्कारों को सुरों में बांधा। उन्होंने सबसे पहले गणपति गीत आज म्हारा घर आया गजानन पावणा.... प्रस्तुत किया। तत्पश्चात् स्वागत गीत बधावा तुम तो आवजो न रे अम्बा वन का सोगिटा...., निमंत्रण गीत हजार चोखा सुपारी...., जलम्या रे देखो राम...., सुनाया।
रबाब पर सुनाया तेरी उम्मीद तेरा इंतजार...
इसके बाद दुर्लभ वाद्ययंत्र रबाब की धुनों से सभागार में सुमधुर खुशबू घुली। रबाब वादन की प्रस्तुति दी दिल्ली के जाने-माने कलाकार इमरान खान ने और उनके साथ तबले पर संगत कर रहे थे प्रख्यात तबला वादक और गुरु सलीम अल्लाहवाले। इमरान खान ने सबसे पहले राग पुरिया धनाश्री पेश किया। इसके पश्चात् उन्होंने अरेबिक कम्पोजीशन राग अहीर भैरव में प्रस्तुत की। इसके साथ ही सूफी कम्पोजीशन ताज दार ए हरम...., तेरी उम्मीद तेरा इंतजार....गीत को रबाब पर, तेरे हाथ में मेरा हाथ हो.... की धुन और ऐ मेरी जोहरा जबी.... जैसे लोकप्रिय गीतों को रबाब पर सुनाया।