Prices Of Gram: मध्य प्रदेश में चना उत्पादन में कमी के चलते अंतरराष्ट्रीय बाजारों और थोक भाव में वृद्धि हुई है। चने की कीमतें बढ़ने से इसके द्वारा तैयार होने वाले अन्य खाद्य पदार्थों के दाम भी बढ़ सकते हैं। चने से दाल, नमकीन, बेसन सहित खाद्य पदार्थ तैयार किए जाते हैं। चने के साथ अरहर के भाव में भी उछाल देखने को मिल रहा है।

खुले बाजारों में भाव
मध्य प्रदेश में चने के साथ ही अरहर की दालों के भावों में दर्ज की जा रही उछाल को लेकर बाजारों में भी खपत की कमी महसूस की जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में मध्यप्रदेश के चने में 7,025-7,050 रुपए प्रति क्विंटल के दायरे में कारोबार दर्ज किया गया। जबकि, इसका थोक भाव  6325 से 6500 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर पहुंच गया है। प्रदेशभर के खुले बाजारों में चने के दाम करीब 70 रुपए के आस पास तय किए गए हैं।

इम्पोर्ट ड्यूटी शून्य, थोक भाव में बढ़ोत्तरी  
मध्य प्रदेश में सरकार ने चने के इम्पोर्ट पर लगने वाली ड्यूटी को पहले से ही हटाकर शून्य कर दिया था। वर्तमान में प्रदेश में चने के वैरायटी का भाव 6,325 रुपए प्रति क्विंटल के आस-पास कारोबार रहा है। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, पहले से अभी के समय में चने की कीमतों में दस फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मध्य प्रदेश में चने का कारोबार करने वाले व्यापारियों का अनुमान है कि जल्द ही थोक भाव सात हजार रुपए प्रति क्विंटल पहुंच सकते हैं।  
 
मंत्रालय की रिपोर्ट
केंद्रीय कृषि मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फसल वर्ष 2022-23 के दौरान देश में 104.71 लाख हेक्टेयर में चने की खेती हुई थी, जो 2023- 24 में घटकर 101.92 लाख टन रह गई। हालांकि, रिपोर्ट के अनुसार उत्पादन कम होने से सिर्फ 279 लाख हेक्टेयर चने की कमी आई।

भारत दुनिया का सबसे उत्पादक देश
देश के महाराष्ट्र, आंध प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात और हरियाणा प्रदेशों में चने की बुवाई का एरिया घट गया था। भारत को दुनिया का सबसे बड़ा चना उत्पादक देश के रूप में जाना जाता है और विश्व स्तर पर देश की लगभग 70 प्रतिशत की हिस्सेदारी कुल चना उत्पादन में है।