Bharat Jodo Nyay Yatra in MP: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को 51वें दिन मध्य प्रदेश के गुना-शिवपुरी और राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में रही। गुना-शिवपुरी क्षेत्र सिंधिया घराने का गढ़ रहा है। 2019 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया 28 विधायकों के साथ भाजपा ज्वाइन कर ली थी। अब वह केंद्रीय उड्डयन मंत्री हैं। यात्रा से पहले कांग्रेस महासचिव जयराम रामेश ने प्रेस कांन्फ्रेंस कर इस मुद्दे को छेड़ते हुए सिंधिया पर सवाल उठाए। कहा, जिन्हें भाजपा की वाशिंग मशीन दिखती है, वही पलटी मारते हैं।

 

जयराम ने नीतीश को बताया पलटीमार, कहा, पटना राजनीति का केंद्र 
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि INDIA गठबंधन के मुख्य चेहरे थे। जन विश्वास महारैली में भी यही संदेश था कि INDIA गठबंधन का मतलब है किसान के लिए न्याय, युवाओं, बेरोजगारी के लिए न्याय, सामाजिक ध्रुवीकरण से मुक्ति, आर्थिक विषमताओं से मुक्ति। पटना राजनीति का केंद्र है। राजनीतिक भूकंप वहीं से शुरू होते हैं। वहां पर कभी-कभी पलटी भी मारी जाती है। पलटी के उस्ताद भी वहीं पर हैं। 

न्याय यात्रा से पहले राहुल ने बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार घेरा  

राहुल गांधी ने सोमवार को न्याय यात्रा में निलकने से पहले X पर पोस्ट कर बेरोजगारी के मुद्दे पर मोदी सरकार की नीयत पर सवाल उठाए हैं। कहा , नरेंद्र मोदी रोज़गार देने ही नहीं चाहते। नए पद निकालना तो दूर खाली पदों पर भी कुंडली मारकर बैठे हैं।

राहुल ने आगे लिखा कि बेरोज़गारी के अंधेरे को चीरकर युवाओं के भाग्य का सूर्योदय होने वाला है। खाली पड़े पद देश के युवाओं का हक़ हैं। हमने इन्हें भरने के लिए ठोस प्लान तैयार किया है। INDIA का संकल्प है कि हम युवाओं के लिए नौकरी के बंद द्वार खोल देंगे। 

  • अगर संसद में पेश किए गए केंद्र सरकार के आंकड़ों को ही मानें तो 78 विभागों में 9 लाख 64 हज़ार पद खाली हैं।
  • महत्वपूर्ण विभागों में ही देखें तो रेलवे में 2.93 लाख, गृह मंत्रालय में 1.43 लाख और रक्षा मंत्रालय में 2.64 लाख पद खाली हैं।
  • क्या केंद्र सरकार के पास इस बात का जवाब है कि 15 प्रमुख विभागों में 30% से अधिक पद खाली क्यों हैं? 
  • झूठी गारंटियों का झोला लेकर घूम रहे प्रधानमंत्री के अपने कार्यालय में बड़ी संख्या में अति महत्वपूर्ण पद खाली क्यों हैं? 
  • स्थाई नौकरी देने को बोझ मानने वाली भाजपा सरकार लगातार संविदा व्यवस्था को बढ़ावा दे रही है, जहां न सुरक्षा है और न सम्मान।