MP Congress News: लोकसभा चुनाव 2024 में मिली करारी हार के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस में विरोध के स्वर उठने लगे हैं। दिग्विजय सिंह के भाई पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह व कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी की तारीफ करते हुए उन्होंने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार से इस्तीफा मांग लिया। 

सिंधिया करीबी  हैं रामनिवास 
श्योपुर जिले के विजयपुर से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा ज्वाइन कर चुके हैं। वह केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी माने जाते हैं। 2018 का विधानसभा चुनाव वह हार गए थे, लेकिन 2023 में जीतने के बाद पार्टी का साथ छोड़ दिया। 

रावत बोले-राहुल गांधी अच्छे नेता 
विजयपुर विधायक रामनिवास रावत के घर वापसी की चर्चाएं भी चलती रहती हैं। हालांकि, बुधवार 5 जून को लोकसभा चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को बधाई दी। साथ ही राहुल गांधी की तारीफ करते हुए कहा, वह अच्छे व्यक्ति हैं। लेकिन उन तक पहुंच पाना मुझ जैसे कार्यकर्ता के लिए संभव नहीं है। उन तक लोगों की बात नहीं पहुंच पातीं। 

कहा, नैतिकता के आधार पर दें इस्तीफा 
रामनिवास रावत ने कहा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और उमंग सिंघार को नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि, रामिनवास ने यह भी कहा कि मेरी उनके प्रति सद्भावना है। मैं चाहता हूं कि ये लोग मप्र कांग्रेस के संगठन में बने रहें और भाजपा इसी तरह क्लीन स्वीप करती रहे। 

दिग्विजय सिंह पर भी ली चुटकी 
रामनिवास रावत ने कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह पर भी चुटकी ली। बताया कि दिग्विजय सिंह बड़े नेता हैं। उनके नेतृत्व में ही कांग्रेस नेता धीरे-धीरे निपट रहे हैं, वहां अब कोई नहीं बचने वाला। 

लक्ष्माण सिंह बोले-करनी होगी नई शुरुआत 
दिग्विजय सिंह के छोटे भाई व पूर्व विधायक लक्ष्माण सिंह ने भी कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने मतदाताओं के निर्णय का स्वागत करते हुए X पर लिखा है कि प्रजातंत्र मजबूत हुआ है और मोदी सरकार की योजनाओं में हुए भ्रष्टाचार का उन्होंने नतीजा भोगा, लेकिन कांग्रेस को मध्य प्रदेश में क, ख, ग, घ से शुरुआत करनी पड़ेगी।