Crime news: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सनसनीखेज घटना हुई। ग्वालियर BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) की महिला कांस्टेबल अपनी सहेली के साथ एक महीने से लापता है। ग्वालियर पुलिस BSF से लापता महिला कांस्टेबल की तलाश कर रही है। मामले में अब पुलिस थाने में शहाना पर आकांक्षा के अपहरण की FIR दर्ज की गई है। दोनों की आखिरी लोकेशन पश्चिम बंगाल बॉर्डर पर मिली है। लोकेशन मिलते ही पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश बॉर्डर पर निगरानी बढ़ा दी है। आकांक्षा की बरामदगी के लिए शनिवार की सुबह पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद रवाना होगी।

जानें पूरा मामला 
टेकनपुर स्थित सीमा सुरक्षा बल (BSF) की दो महिला कांस्टेबल 6 जून को रहस्यमय तरीके से लापता हो गईं। लापता लेडीज में से एक का नाम आकांक्षा निखर है। आकांक्षा जबलपुर की रहने वाली है। दूसरी शाहाना खातून पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। BSF ने बिलौआ थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। दोनों बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में 2021 से बतौर ट्रेनर पदस्थ हैं। दोनों में अच्छी दोस्ती भी थी। 

शाहाना पर बेटी को गायब करने का आरोप 
इधर शहाना के परिजन ने मुर्शिदाबाद थाने में भी गुमशुदगी दर्ज कराई है। दोनों को 6 जून 2024 को आखिरी बार देखा था। आकांक्षा की मां उर्मिला निखार ने 2 जुलाई को ग्वालियर SP से गुहार लगाई है। उर्मिला ने शाहाना खातून पर अपनी बेटी को गायब करने का आरोप लगाया है। उर्मिला के अनुसार, 13 जून को अपने बेटे को लेकर मुर्शिदाबाद पहुंची, 14 जून को शाहाना के परिवार वालों के पास पहुंचकर अपनी बेटी आकांशा से मिलने की गुजारिश की, लेकिन उन लोगों ने कुछ भी नहीं बताया।

यहां मिली दोनों की आखिरी लोकेशन
बीएसएफ ग्वालियर, बीएसएफ पश्चिम बंगाल, ग्वालियर की एसआईटी और इंटेलिजेंस की टीमें तलाश कर रही हैं।  SIT की जांच के आधार पर पुलिस थाने में शह्यना पर आकांक्षा के अपहरण की एफआईआर दर्ज की गई है। शहाना की बहन सहित अन्य परिजनों को आरोपी बनाया है। आकांक्षा की मां उर्मिला निखर के आवेदन की जांच के बाद एसआईटी ने यह कार्रवाई की है। आकांक्षा की बरामदगी के लिए शनिवार को टीम पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद रवाना होगी। दोनों ट्रेनर की आखिरी लोकेशन मुर्शिदाबाद के बहरामपुर में मिली थी।

मोबाइल का डाटा किया डिलीट
पुलिस की जांच में पता चला है कि दोनों महिला कॉन्स्टेबल ने BSF कैंप से निकलते समय अपने मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि इससे जाहिर है कि प्लानिंग के साथ दोनों कैंप से निकली हैं। पुलिस का कहना है दोनों ने अप्रैल महीने में एक साथ छुट्टी ली थी। दोनों ने पश्चिम बंगाल में 15 दिन गुजारे थे। अब एक महीने पहले मतलब 6 जून को लापता हो गईं।