भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के ईवीएम हैकिंग को लेकर लगाए गए आरोपों पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पलटवार किया है। वीडी ने कहा कि क्या कांग्रेस ने ईवीएम हैकिंग करके कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना प्रदेश के चुनाव को जीता है। कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जब चुनाव हार जाते हैं, तो हमेशा ईवीएम को कोसते हैं, लेकिन जब वो जीतते हैं, उस समय ईवीएम की चर्चा नहीं करते। यह कितना हास्यास्पद है। यदि कांग्रेस को ईवीएम की हैकिंग का प्रदर्शन करना है तो वो चुनाव आयोग के सामने क्यों नहीं किया।
'सभी का अपमान करना कांग्रेस नेताओं की आदत'
वीडी ने कांग्रेस और दिग्विजय सिंह के आरोपों को लेकर कहा कि दिग्विजय सिंह कर्नाटक, हिमाचल और तेलंगाना की जीत को लेकर अपना रुख स्पष्ट करें। राजनीतिक स्वार्थ के लिए दिग्विजय सिंह संवैधानिक संस्थाओं का अपमान कर रहे हैं। चुनाव आयोग हो, सीबीआई हो, ईडी हो या अन्य कोई संवैधानिक संस्था, सभी पर संदेह जताना और सभी का अपमान करना कांग्रेस के नेताओं की आदत रही है। दिग्विजय सिंह जिस 2014 लोकसभा चुनाव में भी ईवीएम हैक करने का आरोप लगा रहे हैं, उन्हें याद रखना चाहिए कि उस समय देश में कांग्रेस के नेतृत्व वाली डॉ. मनमोहन सिंह की यूपीए सरकार ही थी। क्या तब भी चुनाव आयोग भाजपा के दबाव में काम कर रहा था?
'कांग्रेस के मंत्री ही दिग्विजय पर माफिया होने का आरोप लगा चुके'
वीडी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और उनके नेता अपने भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण और परिवारवाद के एजेंडे के चलते देश की जनता से पूरी तरह कट चुके हैं। देश को आगे बढ़ाने, सशक्त बनाने के लिए न तो उनके पास कोई कार्यक्रम है और न नीतियां हैं। यही वजह है कि देश की जनता लगातार उन्हें नकार रही हैं। दिग्विजय इस सच को स्वीकार करना सीखें। 15 महीने की कमलनाथ सरकार के समय कांग्रेस के मंत्री ही दिग्विजय सिंह पर सबसे बड़ा माफिया होने के आरोप लगा चुके हैं।
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस में जो बदलाव हुए हैं, उनसे दिग्विजय सिंह कांग्रेस में हाशिए पर चले गए हैं। वे अपने वजूद की लड़ाई लड़ने के लिए इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।