MP Teacher recruitment 2025: मध्यप्रदेश के 72 हजार अतिथि शिक्षक भी अब रेगुलर टीचर बन सकेंगे। राज्य की शिक्षक भर्ती में उन्हें 50 प्रतिशत आरक्षण मिलेगा। मप्र कर्मचारी चयन मंडल ने हाल ही में 10 हजार शिक्षकों की वैकेंसी निकाली है। इनमें 5 हजार पद अतिथि शिक्षकों से भरे जाएंगे।
टीचर भर्ती में 50 फीसदी आरक्षण
मध्य प्रदेश में शिक्षक भर्ती के लिए सेवा नियमों में संशोधन कर गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इसके अनुसार, शिक्षक भर्ती में गेस्ट टीचर्स को 50 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। इसमें उन अतिथि शिक्षकों महत्व दिया जाएगा। जिन्होंने 3 सत्रों में कम से कम 200 दिन सरकारी स्कूलों में पढ़ाया हो।
MP में 72 हजार अतिथि शिक्षक
मध्य प्रदेश में 72 हजार अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं। शिक्षक भर्ती में अब तक इन्हें स्कोर कार्ड के हिसाब बोनस अंक दिए जाते थे, लेकिन मोहन सरकार अब अतिथि शिक्षकों को आरक्षण लाभ देने जा रही है। SC-ST और ओबीसी के लिए आरक्षित पदों पर भी अतिथि शिक्षकों को सब कोटा दिया जाएगा।
MP में टीचर के 80 हजार पद रिक्त
अतिथि शिक्षकों के लिए आरक्षित पदों की पूर्ति न हो पाने पर अन्य श्रेणी से यह पद भरे जा सकेंगे। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में महिलाओं को 50 फीसदी और दिव्यांगों को 6 फीसदी आरक्षण मिलेगा। 10 फीसदी पद पूर्व सैनिकों के लिए भी आरक्षित किए गए हैं। एमपी में अभी शिक्षकों के 80 हजार पद रिक्त हैं।
चयन परीक्षा होगी
मप्र कर्मचारी चयन मंडल द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, शिक्षकों की भर्ती के लिए इस बार चयन परीक्षा कराई जाएगी। अब तक इसके लिए पात्रता परीक्षा कराई जाती थी। गजट नोटिफिकेशन में बताया गया कि पात्रता परीक्षा कभी भी कराई जा सकेंगी। इसके लिए समय लिमिट भी तय की जाएगी।
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15 हजार पद, फरवरी से भर्ती प्रक्रिया
मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन मंडल (ईएसबी) ने 15 हजार रिक्त पदों के लिए कैलेंडर जारी किया है। इनमें स्कूल शिक्षकों करीब 10 हजार पद शामिल हैं। टीचर के अलावा वन, पुलिस, जेल, आईटीआई, स्वास्थ्य और महिला-बाल विकास के पद शामिल हैं। इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया फरवरी से शुरू हो जाएगी और दिसंबर तक चलेगी।
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अतिथि शिक्षकों में खुशी, CM का माना आभार
राज्य सरकार के आरक्षण संबंधी फैसले का अतिथि शिक्षकों ने स्वागत किया है। मप्र अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के अध्यक्ष सुनील परिहार ने सीएम मोहन यादव के प्रति आभार जताया। कहा, अतिथि शिक्षकों के हित में यह बेहतर निर्णय है। हजारों अतिथि शिक्षकों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। उम्मीद करते हैं अन्य घोषणाओं के आदेश भी शीघ्र जारी होंगे।