Death due to Sand Mine collapse: जबलपुर में बरनू नदी के किनारे अवैध खदान से रेत निकालते समय बड़ा हादसा हो गया। 20 फीट गहरी खदान धंसने से महिला समेत तीन की मौत हो गई। तीन घायल हुए हैं। एक मजदूर लापता है। जेसीबी की मदद से उसकी तलाश की जा रही है। घटना गोसलपुर थाना इलाके के कटरा रमखीरिया गांव की है। सभी मृतक कटरा के रहने वाले हैं। बुधवार सुबह सूचना पर पुलिस पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है।

हादसे में इनकी हुई मौत 
पुलिस के मुताबिक, मुकेश (35) पिता जगन खटीक, मुन्नी बाई (38) पति जगन बसोर, राजकुमार (29) पिता कैलाश खटीक की मौत हो गई। खुशबू (25) पति विनोद, सावित्री (35) पति अनु बसोर और चांदनी (20) पिता राजू बसोर घायल हुए हैं। 

पन्ना में हीरा खदान धंसी, मौत
बता दें कि मध्यप्रदेश के कई जिलों में अवैध रेत खनन का काम जोरों से चल रहा है। अवैध खनन के दौरान रेत खदान में पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। तीन दिन पहले पन्ना की अजयगढ़ घाटी के नीचे बहने वाली रुंझ नदी के पास हीरे की खदान के नीचे शव दबा मिला था। मजदूर हीरे की खोज में अवैध खदान खोद रहा था। तभी खदान धंस जाने के कारण वह दब गया और उसकी मौत हो गई थी। 

शहडोल में मुरम खदान धंसने से दो की हुई थी मौत
शहडोल में हाल ही में मुरम खदान धंसने से दो मजदूरों की मौत हुई थी। घटना ब्योहारी थाना क्षेत्र के झारौसी घाटी में हुई थी। मुरम खदान धसकने से मुकेश कोल और अनीश कोल की मौत हुई थी। कुछ साल पहले जबलपुर की वर्धाघाट की अवैध खदान से रेत निकाल रहे एक युवक की दबकर मौत गई थी। 

छह मजदूरों की हुई थी मौत 
शहडोल में मिट्टी की खदान धंसने 6 मजदूरों की मौके पर ही मौत हुई थी। दर्दनाक हादसे पर प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपए देने की घोषणा की थी। अनूपपुर के बनगवां में कोयला खदान अचानक धंस गई थी। खदान से कोयला निकाल रही दो महिलाओं की मलबे में दबने से मौत हो गई। खदान में अवैध उत्खनन हो रहा था, तभी हादसा हुआ। आगर-मालवा में खदान धंसने से महिला की मौत हुई है।