MP Weather Update: मध्य प्रदेश में पिछले 15 दिन से बारिश का दौर जारी है। श्योपुर के बड़ौदा कस्बे में शुक्रवार-शनिवार की रात 100 से ज्यादा घरों में 10 फीट तक पानी भर गया। जिससे घर-गृहस्थी का सामान खराब हो गया। लोग परेशान होते रहे। ग्वालियर-चंबल के कुछ जिलों में रविवार को भी तेज बारिश का अलर्ट है। 

मध्यप्रदेश में अब तक 7.5 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। जो औसत बारिश के बराबर है। 6 जुलाई तक प्रदेश के पूर्वी हिस्से में 12% कम और पश्चिमी हिस्से में औसत से 12 फीसदी अधिक पानी गिरा है।  

सर्वाधिक बारिश श्योपुर, भिंड, ग्वालियर, मुरैना और शिवपुरी जिले में हुई है। श्योपुरकलां में 146 फीसदी से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। 24 घंटे के अंदर यहां साढ़े 11 इंच पानी गिरा। सबसे कम 3.9 इंच पानी रीवा जिले में गिरा है। उमरिया, सिंगरौली, दतिया और कटनी भी कम बारिश वाले जिलों में शामिल है। 

ग्वालियर और मुरैना में भरा पानी, लोग परेशान 
ग्वालियर में सुबह से बारिश हो रही है। कई इलाकों में पानी भरने से लोगों को परेशानी हो रही है। रामाजी का पुरा में शनिवार सुबह 11 बजे सड़क धंस गई। जिससे आवगमन प्रभावित हो रहा है। भिंड, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। मुरैना के जौरा में तेज बारिश से सड़कें लबालब हो गईं। ग्रामीणों ने बताया कि मैदान का गंदा पानी भर जाने से परेशानी हो रही है। 

11 जुलाई तक बच्छी बारिश की उम्मीद 
वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया, मध्य प्रदेश से दो ट्रफ गुजर रही है। उत्तर प्रदेश के ऊपर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम भी एक्टिव है। जिस कारण यहां आंधी-बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम बना हुआ है। 11 जुलाई तक ग्वालियर चंबल सहित कई जिलों में भारी बारिश की उम्मीद है।

19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने रविवार को सीधी, सिंगरौली, शिवपुरी, श्योपुर, शहडोल, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, गुना, नीमच, मुरैना, राजगढ़, अगरमालवा, मंदसौर, अशोकनगर, भिंड, मैहर सहित 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

यह भी पढ़ें: MP kal ka mausam: मध्य प्रदेश में बारिश का कहर, 19 जिलों में भारी वर्षा का अलर्ट; श्योपुर-शिवपुरी में बाढ़ जैसे हालात

बड़ौदा में इसलिए बने बाढ़ के हालात 
श्योपुर के बड़ौदा कस्बे में बाढ़ का पानी शनिवार शाम को ही उतर गया, लेकिन बर्बादी की निशां बाकी हैं। लोग गृहस्थी समेटने में जुटे हैं। बताया, नगर परिषद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने और नाले की सफाई पर ध्यान नहीं दिया। जिस कारण बाढ़ के यह हालत बने हैं।  

श्योपुर में 24 घंटे के अंदर 13 इंच बारिश
श्योपुर में 24 घंटे के अंदर 13 इंच बारिश हुई है। इससे नाला ओवर फ्लो हो गया और उसका पानी कस्बे में प्रवेश कर गया। रात में लोग सो रहे थे, तभी अचानक के उनके घरों में पानी भरने लगा। रामानुज ने बताया, रात दो बजे अचानक बाढ़ का पानी घरों में घुसने लगा। संभालने का मौका ही नहीं मिला। किसी तरह बच्चों को ऊपरी मंजिल पर भेजा। फिर कपड़े-बिस्तर और किचन का कुछ सामान समेट पाए। रातभर जागते रहे। सुबह पानी उतरा, तो नीचे सब कुछ भीग चुका था।     

शोरूम के बेसमेंट में 10 फीट तक पानी
बड़ौदा बस स्टैंड के पास इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम के बेसमेंट में 10 फीट तक पानी भर गया। शाम को मोटर के जरिए पानी निकाला, लेकिन बेसमेंट में रखे कूलर, कुर्सियां व गद्दे सब भीग गए। रास्तों में भी पानी भरा हुआ था, जिससे आवामन  बंद हो गया। बाढ़ के हालात तो कुछ ही घंटे रहे, लेकिन नुकसान काफी हुआ है।