Punjab Governor Resignation: पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने शनिवार को व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को इस्तीफे की चिट्ठी भेज दी है। जिसमें उन्होंने लिखा कि मैं व्यक्तिगत कारणों और कुछ अन्य प्रतिबद्धताओं के कारण पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक, केंद्र शासित प्रदेश, चंडीगढ़ के पद से अपना इस्तीफा देता हूं। कृपया इसे स्वीकार करें।
बनवारीलाल पुरोहित की एक दिन पहले शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई थी। इसके बाद राज्यपाल ने इस्तीफा दिया। पुरोहित को 21 अगस्त 2021 को पंजाब का राज्यपाल बनाया गया था। एक सितंबर 2021 को उन्होंने कार्यप्रभार संभाला था। वे 2 साल 5 महीने और 2 दिन राज्यपाल रहे।
Punjab Governor and Chandigarh Administrator Banwarilal Purohit resigns due to "personal reasons and certain other commitments." pic.twitter.com/0o05k6Hn6p
— ANI (@ANI) February 3, 2024
लंबे समय से राज्यपाल और गवर्नर के बीच चल रही थी जुबानी जंग
पिछले कुछ महीनों से राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और मुख्यमंत्री भगवंत मान के बीच अलग-अलग मुद्दों पर तनातनी चल रही थी। पिछले साल अगस्त में बनवारीलाल पुरोहित ने सीएम को कड़े शब्दों में एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्हें चेतावनी दी गई थी कि अगर जवाब नहीं मिला तो राष्ट्रपति शासन की सिफारिश कर देंगे।
हाल ही में राज्यपाल पुरोहित ने फिर दोहराया कि उन्हें अपने पिछले पत्रों पर उनसे कोई जवाब नहीं मिल रहा है, और उन्हें चेतावनी दी कि वह संवैधानिक तंत्र की विफलता पर राष्ट्रपति को एक रिपोर्ट भेज सकते हैं। बाद में भगवंत मान ने जवाब दिया। जिसमें लिखा कि राज्यपाल ने राज्य के शांतिप्रिय लोगों को धमकी दी है और कानून-व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रण में है। राज्यपाल द्वारा भेजे गये अधिकांश पत्रों का उत्तर दिया जा चुका है।
अक्टूबर, 2023 में राज्यपाल ने तरनतारन अवैध खनन को लेकर भगवंत मान से रिपोर्ट मांगी थी। पत्र में उन्होंने पुलिस में भ्रष्टाचार, विधायक के करीबी रिश्तेदार की अवैध खनन में संलिप्तता और पुलिस अधिकारियों के निलंबन और उसके बाद एसएसपी तरनतारन के तबादले के बारे में एक विधायक के आरोपों का भी जिक्र किया।