Kota student suicide: राजस्थान के कोटा में फिर एक छात्र की मौत हो गई। गुरुवार (16 जनवरी) को स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। नीट की तैयारी कर रहे ओडिशा के अभिजीत ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। रात 8 बजे मैस वाला टिफिन देने आया तो छात्र पंखे से लटका मिला। सूचना पर पुलिस पहुंची। छात्र के परिजनों को सूचना दी। परिजनों के आने के बाद शुक्रवार (17 जनवरी) को शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। घटना अंबेडकर कॉलोनी के जैन विला रेजिडेंसी हॉस्टल की है। अभिजीत ने सुसाइड क्यों किया? जांच के बाद ही कारण का पता चलेगा।
9 माह पहले आया था कोटा
पुलिस के मुताबिक, ओडिशा का रहने वाला अभिजीत गिरी (18) अप्रैल 2024 में कोटा आया था। अभिजीत अंबेडकर कॉलोनी के जैन विला रेजिडेंसी हॉस्टल में रखकर नीट की तैयारी करता था। अभिजीत पढ़ने में अच्छा था। रेगुलर कोचिंग जाता था। गुरुवार(16 जनवरी) को अभिजीत ने पंखे पर फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। रात 8 बजे मैस वाला सोनू यादव टिफिन देने आया तो अभिजीत ने दरवाजा नहीं खोला।
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पंखे में हैंगिंग डिवाइस नहीं था
मैस वाला सोनू ने हॉस्टल में रहने वाले लोगों को जानकारी दी। हॉस्टल मालिक राजेंद्र जैन और दो-तीन स्टूडेंट ने मिलकर दरवाजा तोड़ा। देखा तो अभिजीत पंखे से लटका हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची। छात्र के परिजनों को जानकारी दी। परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस ने बताया कि पंखे में हैंगिंग डिवाइस नहीं लगा था। फिलहाल सुसाइड के कारण सामने नहीं आए।
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10 दिन में तीसरा सुसाइड
कोटा में स्टूडेंट के सुसाइड के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिछले 10 दिन में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड का यह तीसरा मामला है। बुधवार (8 जनवरी) को जेईई एडवांस (JEE Advanced) की तैयारी करने कोटा गए MP के छात्र अभिषेक ने फांसी लगाकर जान दी थी। 7 जनवरी को जेईई की तैयारी कर रहे हरियाणा के नीरज जाट (19) ने सुसाइड किया था। 16 जनवरी को ओडिशा के अभिजीत ने हॉस्टल में मौत का फंदा लगा लिया।
अब तक 100 से ज्यादा सुसाइड
- 20 दिसंबर 2024 को जेईई की तैयारी कर रहे बिहार के छात्र मयंक सिंह ने फांसी लगाकर जान दी थी। घटना विज्ञान नगर थाना क्षेत्र की थी। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का रहने वाले छात्र आशुतोष चौरसिया ने कोटा ने फांसी लगाकर मौत को लगे लगाया था।
- 5 साल में 100 से ज्यादा बच्चों ने खुदकुशी की है। कोटा में 2018 से 2024 तक 104 छात्रों ने खुदकुशी की है। 2024 में 15 छात्रों ने मौत को लगे लगाया है। 2023 की बात करें तो 25 स्टूडेंट्स ने आत्महत्या की है। 2022 में 15, 2019 में 28 और 2018 में 20 स्टूडेंट्स ने पढ़ाई के तनाव या अन्य किसी न किसी कारण से मौत को लगे लगाया है। 2025 में सुसाइड का तीसरा मामला है।