Naresh Meena Crime History: राजस्थान के टोंक में SDM को थप्पड़ मारने वाले नरेश मीणा पर 23 मुकदमे दर्ज हैं। पथराव, आगजनी और उपद्रव मचाने वाले नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान पुलिस ने क्राइम कुंडली खंगाली। पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, नरेश मीणा आदतन अपराधी है। 2002 से ही नरेश का रिकॉर्ड आपराधिक रहा है। अभी तक मीणा के खिलाफ अलग-अलग पुलिस थानों में 23 मामले दर्ज हैं। 16 प्रकरणों में चालान हो चुके हैं। 6 प्रकरण ऐसे हैं जिनमें अनुसंधान जारी। नरेश मीणा पर चोरी, जुआ मारपीट जैसे मामले दर्ज हैं।
नरेश मीणा के अपराध का राजस्थान पुलिस ने खोला कच्चा चिट्ठा...कहां-कितने अपराध दर्ज pic.twitter.com/f9DqsWESSG
— Raju Sharma (@RajuSha98211687) November 14, 2024
थप्पड़बाजी के बाद टोंक में हिंसा
देवली-उनियारा में उपचुनाव की वोटिंग के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मालपुरा SDM अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया। थप्पड़कांड के बाद मामला काफी ज्यादा भड़क गया। बुधवार रात नरेश मीणा के समर्थक और प्रदर्शनकारियों ने हंगामा कर दिया। उसके बाद पुलिस पर पथराव किया। गाड़ियों में आग लगाई। पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई करते हुए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पथराव, आगजनी और उपद्रव के बाद पुलिस ने गुरुवार को नरेश मीणा को गिरफ्तार किया।
नरेश मीणा ने 2003 में रखा राजनीति में कदम
बारां के छबड़ा गांव निवासी नरेश मीणा ने 2003 से छात्र राजनीति के रूप में करियर की शुरुआत की। 2003 में राजस्थान यूनिवर्सिटी में महासचिव का चुनाव जीता। नरेश मीणा को मंत्री किरोड़ी लाल मीणा का खास माना जाता था। विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस से बगावत कर छपड़ा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। जिसके बाद कांग्रेस ने पार्टी से निष्कासित कर दिया। बाद में मीणा फिर कांग्रेस में शामिल हो गया। उसे उम्मीद थी कि उपचुनाव में कांग्रेस से टिकट मिलेगा नहीं ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर नरेश देवली-उनियारा सीट से निर्दलीय चुनावी मैदान में कूद गया।
कौन हैं SDM अमित कुमार
राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अमित कुमार चौधरी टोंक के मालपुरा में SDM हैं। 14 मई 1992 को जन्मे अमित अलवर के रहने वाले हैं। बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद अमित ने RPSC सिविल सेवा परीक्षा थी और 2019 में वह एसडीएम बने। उनकी ट्रेनिंग जयपुर में हुई थी। टोंक एसडीएम बनने से पहले अमित चौधरी झालावाड़ के मनोहरपुरा थाना, डूंगरपुर के चिकली, हिंडोली बूंदी, आसवार झालावाड़ और नागौर के एसडीएम रह चुके हैं।