Udaipur Leopard Attack: राजस्थान के उदयपुर में आमदखोर तेंदुए का आतंक जारी है। मंगलवार सुबह तेंदुए ने गोगुंदा थाना क्षेत्र में एक महिला को मार डाला है। पिछले 12 दिन में तेंदुए के हमले की यह 12वीं घटना है। सोमवार भी को इसी इलाके में एक महिला तेंदुए के हमले की शिकार हो गई।
वन विभाग के अमले ने अब 4 लेपर्ड पकड़ चुका है, लेकिन हमले नहीं रुक रहे। इन घटनाओं से गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे-27 पर चक्काजाम कर दिया। हालांकि, एसपी योगेश गोयल की समझाइश पर उन्होंने आंदोलन समाप्त कर दिया, लेकिन महिला का शव नहीं उठाने दिया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक पीके उपाध्याय भी मौके पर पहुंचे हैं।
100 मीटर दूर शव छोड़कर भागा
घटना उदयपुर के केलवो का खेड़ा गांव की है। मंगलवार सुबह 8 बजे महिला कमला कुंवर (55) आंगन में काम कर रही थी। तभी लेपर्ड ने हमला कर दिया। चीख-पुकार सुनकर परिवार के लोग दौड़े तो लेपर्ड घर से 100 मीटर दूर महिला का शव छोड़कर भाग निलका। परिजनों ने बताया कि तेंदुआ उसकी गर्दन को जबड़ों में दबाकर भाग रहा था। गले में गहरे घाव हो जाने से महिला की मौत हो गई है।
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तेंदुए के हमले से पुजारी की मौत
उदयपुर जिले में पिछले कई दिन से तेंदुए का आतंक जारी है। 12 दिन में यहां तेंदुए के हमले से 8 लोगों की जान चली गई। रविवार को बड़गांव थाना क्षेत्र के राठौड़ों का गुड़ा गांव में लेपर्ड ने मंदिर के पुजारी विष्णु गिरी (65) पर हमला कर दिया था। मंदिर से 150 दूर खेत में उनका शव मिला है। इस घटना के दो दिन पहले भी लेपर्ड ने महिला सहित दो लोगों की जान ले ली थी।
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19 सितंबर से अब तक इनकी मौत
गोगुंदा क्षेत्र के उंडीथल गांव में 19 सितंबर को तेंदुए के हमले की पहली घटना हुई थी। यहां 16 वर्षीय कमला गमेती को उसने शिकार बनाया था। जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरे और कैमरे लगवाए। सेना के जवान बुलाए, लेकिन उसी दिन भेवड़िया गांव में उसने खुमाराम गमेती (45) को मार डाला। फिर 20 सितंबर को उमरिया गांव में हमेरी गमेती की जान ले ली। 25 सितंबर को मजावद पंचायत में 6 साल की बच्ची सूरज और 28 सितंबर को बगडूंदा पंचायत के गुर्जरों का गुड़ा में गटू बाई को शिकार बना लिया। 30 सितंबर को उसने पुजारी पर हमला कर दिया।