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Ayodhya Shabari Restaurant Controversy Updates: अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हुए। उस दिन सोशल मीडिया पर शबरी रसोई के नाम से रेस्तरां में बिकने वाली चाय और टोस्ट चर्चा में रहा। वजह इसकी कीमत थी। 55 रुपए की चाय और 65 रुपए के टोस्ट बेचे गए। अब रेस्तरां के संचालकों ने अपनी सफाई दी है। 

Ayodhya Shabari Restaurant Controversy Updates: शबरी और भगवान राम की कथा तो अपने जरूर सुनी होगी। लेकिन प्रभु राम की अयोध्या में बुजुर्ग तपस्वी शबरी के नाम से संचालित रेस्टोरेंट ने लोगों के भीतर खटास पैदा कर दी। 55 रुपए की चाय और 65 रुपए में टोस्ट बेचा जा रहा है। यह बात अयोध्या विकास प्राधिकरण तक पहुंची तो नोटिस थमा दी गई। अब रेस्टोरेंट संचालकों ने सफाई दी और अपनी गलती स्वीकार की है। दावा किया है कि अभी रेस्टोरेंट का उद्घाटन नहीं किया गया है। जल्द नई रेट लिस्ट आएगी। 

वायरल हुआ था 252 रुपए का बिल
राम मंदिर के पास टेहरी बाजार है। यहां अयोध्या विकास प्राधिकरण ने अरुंधति भवन के नाम से नई बहुमंजिला व्यावसायिक इमारत बनाई है। इसी बिल्डिंग की छत पर शबरी रसोई है। इसका स्वामित्व गुजरात स्थित मेसर्स कवच फैसिलिटी मैनेजमेंट लिमिटेड के पास है। रेस्टोरेंट में चाय और टोस्ट का 252 रुपये का बिल सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) ने रेस्टोरेंट मालिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

एडीए के मुताबिक, बजट श्रेणी के तहत सूचीबद्ध इस रेस्टोरेंट में श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों को 10 रुपए में एक कप चाय और टोस्ट के दो टुकड़े उपलब्ध कराने का अनुबंध है। 50 लोगों के बैठने की क्षमता वाले रेस्टोरेंट में 100 बिस्तरों वाला हॉस्टल भी है, जहां 50 रुपये में एक रात के लिए बिस्तर किराए पर लिया जा सकता है। प्राधिकरण ने इसे 15 साल की लीज पर दिया है। 

Ayodhya Shabari Restaurant Controversy Updates:
Ayodhya Shabari Restaurant Controversy Updates

तीन दिन के भीतर मांगा स्पष्टीकरण
नोटिस के जरिए एडीए ने रेस्टोरेंट को तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। यह भी चेतावनी दी कि यदि जवाब नहीं आया तो प्राधिकरण अनुबंध रद्द कर देगा। एडीए के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि यहां भक्तों को न्यूनतम दरों पर सुविधाएं उपलब्ध हों, इसके लिए हमने विक्रेताओं के साथ एक अनुबंध व्यवस्था की। जिसमें छात्रावास, पार्किंग और भोजन के लिए उचित दरों को पहले ही अंतिम रूप दे दिया गया था।

बदनाम करने की है साजिश
अयोध्या में शबरी रसोई रेस्टोरेंट के प्रोजेक्ट हेड सत्येन्द्र मिश्रा ने बताया कि रेस्टोरेंट की मालिक अहमदाबाद की फर्म मेसर्स कवच फैसिलिटी मैनेजमेंट है। बिल को सोशल मीडिया पर वायरल करना एक साजिश है, क्योंकि यहां लोग मुफ्त में पीना और खाना चाहते हैं। हम बड़े होटलों जैसी सुविधाएं दे रहे हैं। जहां तक अथॉरिटी के नोटिस की बात है तो हमारी तरफ से जवाब दे दिया गया है।

मैनेजमेंट ने कहा कि 22 जनवरी का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के चलते विशिष्ट लोगों के लिए शबरी रसोई शुरू की गई थी। इसका उद्घाटन 15 फरवरी को होगा। जब शबरी रसोई शुरू होगी तो नए रेट आएंगे। 

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