BSP MP Malook Nagar Bijnor: उत्तर प्रदेश में लोकसभ चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बिजनौर सांसद मलूक नागर ने बसपा से इस्तीफा देकर राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया। बहुजन समाज पार्टी ने नागर का टिकट काटकर चौधारी ब्रिजेंद्र सिंह को
बिजनौर लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। NDA गठबंधन की ओर से अभी राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के विधायक चंदन सिंह प्रत्याशी हैं, लेकिन उनकी कमजोर स्थिति को देखते हुए मलूक नागर लाया गया है। यहां 19 अप्रैल को मतदान है। इसलिए उम्मीदवार नहीं बदला जा सकता।
- मलूक नागर उत्तर प्रदेश के कुशल राजनेता और बड़े बिजनेसमैन हैं। हापुड़ जिले के शकरपुर गांव में 3 जुलाई 1964 को उनका जन्म रामेश्वर दयाल नागर और शांति नागर के यहां हुआ था। 1980 में एचएनएस कॉलेज उपेरा से हाईस्कूल और एएस इंटर कॉलेज मेरठ से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। 1985 में एसएसवी डिग्री कॉलेज हापुड़ से बीएससी कर बिजनेस में हाथ आजमाया।
- 2009 और 2014 में बसपा के सिम्बल पर मेरठ और बिजनौर से लोकसभा का चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। 2019 में पार्टी ने फिर भरोसा जताया और बिजनौर से लोकसभा उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में जीत दर्ज कर मलूक नागर पहली बार लोकसभा पहुंचे।
- 2019 में चुनाव आयोग को बताया था कि नागर 250 करोड़ के मालिक हैं। 115 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति है। 101.61 करोड़ बैंकलोन भी था। एसबीआई ने 54 करोड़ वसूली का नोटिस दिया था। नागर के कुछ ठिकानों पर आयकर छापे भी पड़े थे।
बिजनौर लोकसभा में 44.04% मुस्लिम आबादी
- बिजनौर लोकसभा क्षेत्र में 15 लाख से अधिक मतदाता हैं। इनमें 848606 पुरुष और 713459 महिलाएं शामिल हैं। बिजनौर में 55.18 % हिंदू और 44.04% मुस्लिम आबादी है।
- 1952 से 1971 तक कांग्रेस के सांसद जीतते रहे। इमरजेंसी के दौरान कांग्रेस का मोहभंग हुआ तो 1977 और 1980 तक जनता दल ने जीत दर्ज की। इसके बाद एक बार बिजनौर सीट कांग्रेस के पास आ गई। 1989 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने जीत दर्ज की। 2014 तक 7 चुनाव हुए। चार बार भाजपा, दो बार राष्ट्रीय लोकदल और एक बार समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है।