लखनऊ। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती ने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर सवाल उठाए। मीडिया से चर्चा करते हुए मायावती ने कहा, विपक्ष विहीन संसद की व्यवस्था ठीक नहीं है। संसद की सुरक्षा में चूक को उन्होंने गंभीर विषय बताया। कहा, इस मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन गंभीरता पूर्वक ध्यान दिए जाने की भी जरूरत है। आरोप प्रत्यरोप की बजाय निष्प्क्ष जांच व कार्रवाई की जानी चाहिए। बसपा सुप्रीमो ने संसद के बाहर उप राष्ट्रपित की मिमिक्री कर मजाक उड़ाए जाने की भी निंदा की। कहा, स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ऐसी घटनाएं ठीक नहीं हैं।
मंदिर व मस्जिद दोनों के बनने का स्वागत
बसपा सुप्रीमो मायावती ने राममंदिर निर्माण पर भी बयान दिया। कहा, हमारी पार्टी धर्म निर्पेक्ष पार्टी है। मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनाया जा रहा है। अगले महीने मंदिर का राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। हमे इस पर कोई ऐतराज नहीं है। हालांकि, धर्मस्थलों की आड़ में हो रही राजनीति से देश का भला नहीं होगा, बल्कि इससे लोगों के बीच नफरत बढ़ेगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर शासन द्वारा आरक्षित जमीन पर जब भी मस्जिद बनेगा और उसका लोकार्पण होगा तो हमें उस पर भी कोई ऐतराज नहीं होगा।
इंडिया गठबंधन पर टिप्पणी से ऐतराज
बसपा सु्प्रीमो ने इंडिया गठबंधन के सवाल पर कहा, विपक्षी पार्टियों के इस गठबंधन पर बसपा शामिल नहीं है। इसिलए उन पर कोई टीका टिप्पणी करना उचित नहीं है। भविष्य में कब किसकी जरूरत पड़ जाए, यह तय नहीं है बाद में इससे शर्मिंदगी उठानी पड़ती है। गठबंधन के नेताओं को भी ऐसा करने से परहेज करना चाहिए।