UP Farmers Movement: उत्तर प्रदेश में शुक्रवार, 9 अगस्त को किसानों ने बड़ा आंदोलन शुरू किया है। मेरठ, गाजियाबाद और आगरा सहित यूपी के तमाम शहरों में हजारों किसान ट्रैक्टर-जेसीबी जैसे वाहन लेकर निकले हैं। एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने 9 अगस्त को ट्रैक्टर मार्च का ऐलान किया था। जिसके तहत, हर जिले में ट्रैक्टर रैली निकाली जा रही है।
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर (ग्रेटर नोएडा) में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर ट्रैक्टर मार्च निकाला। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आयोजित ट्रैक्टर तिरंगा रैली को देखते हुए भारी सुरक्षा बल तैनात रहा। किसान सूरजपुर तक ट्रैक्टर मार्च करेंगे। pic.twitter.com/lhx5eDAg3j
— sonelal.kushwaha (@KushwahaK45286) August 9, 2024
राकेश टिकैत बोले-तिरंगे का सम्मान नहीं चाहती सरकार
- मुजफ्फरनगर में राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन का नेतृत्व किया। हजारों किसानों के साथ वह खुद ट्रैक्टर चलाते हुए तिरंगा मार्च में शामिल हुए। पुलिस ने रोका तो धरने पर बैठ गए और विरोध जातने वाले। मीडिया से चर्चा करते हुए राकेश टिकैत ने अपनी मांगों को लेकर हम तिरंगा मार्च कर रहे हैं, लेकिन सरकार किसानों को तिरंगा यात्रा भी नहीं निकालने दे रही। यानी वह तिरंगे का सम्मान भी नहीं चाहती।
- राकेश टिकैत ने कहा 9 अगस्त को राष्ट्रीय क्रांति दिवस घोषित किया जाए। हम MSP गारंटी कानून की मांग कर रहे हैं, लेकिन देश की हुकूमत और देश का राजा तिरंगा यात्रा रोक रहा है। राकेश टिकैत ने बताया कि फर्रुखाबाद, गाजियाबाद, मैनपुरी और एटा में तिरंगा यात्रा को रोका गया है। हमने कहा है कि जहां ट्रैक्टर रोकें, वहां DM ऑफिस में धरने देंगे। आज यह तिरंगा यात्रा रोक रहे हैं, कल धरना-प्रदर्शन बैन करेंगे।
- राकेश टिकैत ने रेसलर विनेश फोगाट के सवाल का जवाब देते हुए कहा, वह भारत सरकार की साजिश से हारी है। इसमें सरकार से लेकर स्टाफ तक की साजिश है। हम इसी ग्राउंड में विनेश फोगाट का स्वागत करेंगे।
जेसीबी और ट्रैक्टर से किया स्टंट
ट्रैक्टर तिरंगा मार्च को लेकर गुरुवार को राकेश टिकैत समेत अन्य किसान नेताओं भाकियू की बैठक की थी। इस दौरान सभी किसानों से शांति पूर्ण तरीके से तिरंगा मार्च करने की अपील की गई थी। हालांकि, कुछ किसान जेसीबी और ट्रैक्टर से स्टंट करते नजर आए। बैठक में तय हुआ था कि पुलिस जिस जगह पर रोके। किसान वहीं पर बैठकर विरोध जाएंगे। साथ ही पुलिस-प्रशासन को ज्ञापन देेंगे। किसानों को विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा कड़े बंदोबस्त किए हैं।