Gorakhpur: गोरखपुर में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। शनिवार (26 अक्टूबर) को CM योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में जाने से रोका तो युवक ने खौफनाक कदम उठाया। नाराज युवक गोरखनाथ मंदिर परिसर में लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गया। युवक की इस हरकत से अफरा-तफरी मच गई। पुलिस और अन्य सुरक्षा दल के लोग उसे सुरक्षित नीचे उतारने के लिए टावर के पास पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद युवक को नीचे उतारा गया। युवक का आरोप है कि उसे मुख्यमंत्री से मिलने से रोका गया है।
जानें पूरा मामला
मैनपुरी निवासी नौशाद अपनी फरियाद सुनाने सीएम योगी के जनता दरबार में जा रहा था। पुलिस-प्रशासन ने उसे जाने से रोक दिया। जिससे नाराज होकर नौशाद टावर पर चढ़ गया। नौशाद अपने साथ शिकायती भी पत्र लाया था। पत्र में लिखा है कि छह साल पहले उसने और उसकी पत्नी ने सनातन धर्म अपनाया था। सनातन धर्म अपनाने के बाद उसके धर्म के लोगों ने उसे झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया।
कांवड़ का जल घर नहीं ले जाने दिया
नौशाद ने पत्र में आगे लिखा है कि वह मैनपुर मंदिर में ही रहता है। वहां सेवा सफाई का काम करता है। कांवड़ में प्रार्थी ने जल भी चढ़ाया। उसके धर्म के लोगों ने जलभर कर लाए कांवड़ को घर नहीं ले जाने दिया। मंदिर में ही कांवड़ के जल को रखना पड़ा। इसकी शिकायत एसपी से भी की लेकिन कुछ नहीं हुआ।
सुनवाई नहीं हुई तो CM को सुनाने आए फरियाद
युवक ने कहा कि पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो सीएम से मिलकर अपनी फरियाद सुनाना चाह रहा था। लेकिन, सुरक्षा में तैनात कर्मी सीएम से मिलने से रोकने लगे। जिसके बाद वह मौका देखकर मोबाइल टावर पर ही चढ़ गया। फिलहाल पुलिस नौशाद पूछताछ कर रही है।