Kannauj railway station incident: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन में शनिवार (12 जनवरी) दोपहर बड़ा हादसा हो गया। यहां निर्माणाधीन बिल्डिंग गिरने से 35 से ज्यादा मजबूर घायल हो गए। 9 को गंभीर हालत में कानपुर रेफर किया गया है। यह श्रमिक बिल्डिंग के मलबे में दब गए थे। उन्हें कन्नौज अस्पताल में भर्ती कराया है। 

हादसे बाद मची अफरा-तफरी 
कन्नौज रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग के पास नई बिल्डिंग बनाई जा रही है। निर्माणाधीन बिल्डिंग की दूसरी मंजिल में लिंटर डाला गया था, लेकिन शनिवार दोपहर यह अचानक ढह गया। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो गई। 

हादसे में यह लोग घायल 
पुलिस के मुताबिक, हादसे में आर्यन (सरायमीरा), राम बहादुर (सरायमीरा), कमलेश (सुक्खापुरवा), कमलेश (चौराचांदपुर), अनिल (चौराचंदपुर), ध्रुव (चौराचांदपुर), श्यामू (चौराचांदपुर), विकास (ईसवापुर), संदीप (चौराचांदपुर), संजेश (नेरा), रामरूप (चौराचांदपुर), रोहित (चौराचांदपुर), राजा (ईसवापुर), स्वामी दास (बलिया), आदेश पाल (ईसवापुर) घायल हुए हैं। 

ई-रिक्शा से पहुंचाया अस्पताल
घटना की सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। जिससे एम्बुलेंस नहीं निकल पा रही थीं। लिहाजा, घायलों को ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया गया। 

घटना के दौरान मौजूद थे 40 से ज्यादा लोग
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के दौरान घटनास्थल पर 35 से ज्यादा लोग मौजूद थे। श्रमिक खाना खाने के बाद काम शुरू ही किया था कि अचानक बिल्डिंग गिर गई। महेश ने बताया कि मेरा एक पैर जनरेटर और दूसरा पैर मशीन पर था। अचानक लिंटर गिरा तो कुछ समझ ही नहीं आया। लोगों ने दौड़कर बाहर निकाला। 

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मंत्री मौके पर पहुंचे, CM योगी ने लिया संज्ञान 
घटना स्थल पर योगी सरकार मंत्री असीम अरुण, डीएम सुभ्रांत शुक्ला, एसपी बिनोद कुमार भी मौके पर पहुंचे। घायलों को अस्पातल पहुंचाने के बाद घटना की जानकारी ली। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अधिकारियों से बात कर घायलों के बेहतर इलाज की व्यवस्था कराने को कहा।  

अखिलेश यादव ने उठाए सुरक्षा सवाल 
सपा प्रमुख व कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने घटना पर दुखद जताया है। कहा, लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है। हर सरकार काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार हो रहा है।  निर्माण के दौरान सुरक्षा उपाय करने चाहिए थे। उम्मीद है कि सभी श्रमिक सुरक्षित होंगे। सरकार मजदूरों का इलाज करवाए और हर संभव मदद करे।