Mahakumbh 2025: महाकुंभ में हुई घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में हैं। अधिकारियों के साथ-साथ सीएम योगी भी सुरक्षा व्यवस्था को टाइट करने में लगे हुए हैं। इस बीच उन्होंने शुक्रवार (31 जनवरी) को अयोध्या में राम जन्मभूमि, हनुमानगढ़ी और सरयू घाट का हवाई सर्वेक्षण किया। क्योंकि, महाकुंभ में पवित्र स्नान करने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु राम लला का दर्शन करने अयोध्या पहुंच रहे हैं।
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जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम गठित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ के कारणों की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की घोषणा की। जांच आयोग का नेतृत्व रिटायर जस्टिस हर्ष कुमार करेंगे, जबकि अन्य दो सदस्यों में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी वीके सिंह शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने भगदड़ में जान गंवाने वालों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने की भी घोषणा की।
जांच आयोग ने अपना काम भी शुरू कर दिया है। आज यानी 31 जनवरी को जस्टिस हर्ष कुमार की नेतृत्व में जांच आयोग की टीम घटनास्थल का दौरा करेगी। कुमार ने कहा कि हमारे पास एक महीने का समय है, लेकिन फिर भी हम जांच को तेजी से पूरा करने की कोशिश करेंगे।
30 श्रद्धालुओं की हुई थी मौत
29 जनवरी को महाकुंभ मेले में भगदड़ मचने से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 60 घायल हो गए। इस घटना के बाद से योगी सरकार द्वार किए गए सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। अखिलेश यादव से लेकर तमाम विपक्ष के नेता योगी आदित्यनाथ पर हमलावर हैं।