Saharanpur Crime: सहारनपुर में गुरुवार (31 अक्टूबर) को सनसनीखेज घटना हो गई। दिवाली पर मंदिर में दीप जलाने गए भाई-बहन की मौत हो गई। दोनों के शव सड़क किनारे मिलने के बाद हड़कंप मच गया। दोनों के शरीर की हडि्डयां टूटी हैं। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि दोनों बच्चों को किसी गाड़ी ने टक्कर मारी है। जबकि गांव वालों का कहना है कि दोनों की तांत्रिक क्रिया को लेकर हत्या की गई है? मौत कैसे हुई? पुलिस की पूरी जांच के बाद सही कारण सामने आएगा। घटना देवबंद थाने के भायला गांव की है। 

जानें पूरा मामला 
देवबंद थाना क्षेत्र के भायला गांव में रहने वाले देव (11) और उसकी बहन माही (9) दीपावली पर मंदिर में दीप जलाने घर से निकले थे। मंदिर गांव के बाहर है। देर रात तक दोनों बच्चे घर नहीं लौटे तो परिवार को चिंता हुई। परिजनों ने दोनों की तलाश शुरू की। दिवाली की रात 12.30 बजे दोनों बच्चों के शव सड़क किनारे पड़े मिले तो हड़कंप मच गया। परिवार के लोग रोने-चीखने लगे। 

शुरुआती जांच: एक्सीडेंट से मौत 
सूचना पुलिस को दी गई। भारी बल के साथ पुलिस पहुंची। गांव के लोगों की भीड़ भी जमा हो गई। पुलिस ने दोनों बच्चों के शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल की। शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया एक्सीडेंट का मामला लग रहा है। क्योंकि बच्चों के शरीर की हड्‌डी टूटी है। मृतक बच्चों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। पीएम के बाद मौत का सही कारण सामने आएगा। पुलिस का कहना है कि फोरेंसिक टीम पूरे मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। 

तांत्रिक क्रिया के चलते हत्या का आरोप? 
इधर दोनों बच्चों की मौत के बाद ग्रामीण हंगामा करने लगे। लोगों ने देवबंद-नानौता मार्ग पर जाम लगा दिया। ग्रामीण ने तांत्रिक क्रिया के चलते दोनों बच्चों की हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने ग्रामीणों और परिवार के लोगों को समझाकर शांत कराया। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल पर टायर के निशान मिले हैं इसलिए शुरुआती जांच में एक्सीडेंट से मौत होने लग रहा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।