Meerut Farmers protest: उत्तर प्रदेश के मेरठ में किसानों का बड़ा आंदोलन जारी है। गन्ना समिति डेलिगेट्स के चुनाव में 102 पर्चे कैंसिल होने से नाराज किसान पूरी रात थाने के बाहर पड़े रहे। SSP डॉ. विपिन ताडा देर रात मौके पर पहुंचकर किसानों को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं माने। सुबह किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी आंदोलन में शामिल हुए। किसानों ने थाने के बाहर ही चाय-पकौड़े तले और नाश्ता किया। फिलहाल, 20 घंटे से उनका धरना जारी है।
दरअसल, मेरठ में गन्ना समिति डेलिगेशन के चुनाव जारी हैं। 80 गांवों के 160 पदों के लिए 255 नामांकन दाखिल हुए थे, लेकिन शुक्रवार को स्क्रूटनी के दौरान 102 पर्चे निरस्त कर दिए। पर्चे निरस्त होने से किसान भड़क गए। कहने लगे यह पर्चे सत्ताधारी दल के दबाव में निरस्त किए गए हैं।
मोहिउद्दीनपुर के बाद परतापुर में धरना
भारी विरोध-प्रदर्शन के बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता विजयपाल घोपला अन्य किसानों के साथ मोहिउद्दीनपुर में धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद वह परतापुर थाने पहुंचे और थाने के बाहर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर कुर्सियां लगाकर धरने पर बैठ गए।
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मेरठ-दिल्ली रोड पर चक्काजाम
किसानों का विरोध प्रदर्शन थाने के बाहर जारी था। इस बीच कुछ किसानों ने मेरठ-दिल्ली रोड पर चक्काजाम कर दिया। वीकेंड के चलते इस मार्ग पर ट्रैफिक दबाव ज्यादा होता है। लेकिन किसानों के प्रदर्शन के चलते राहगीरों को परेशान होना पड़ा।
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निर्विरोध चुनाव चाहती है सरकार
किसान नेता विजयपाल घोपला का ने सत्ता के दबाव में पर्चे कैंसिल करने का आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, हमारे पर्चे बहाल नहीं किए गए तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। सरकार को लोकतंत्र और किसान किसान विरोधी बताया। कहा, वह किसानों के पर्चे निरस्त कराकर पूरा चुनाव निर्विरोध कराना चाहती है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।