लखनऊ। श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में 70 एकड़ क्षेत्र में बने राम मंदिर में सीता माता की मूर्ति नहीं होगी। वजह बताई गई कि अयोध्या मंदिर में भगवान रामलला के बाल स्वरूप की मूर्ति स्थापित की जानी है। बाल स्वरूप में भगवान राम के साथ सीता नहीं थीं। यही वजह है कि मंदिर में मां सीता की मूर्ति स्थापित न करने का निर्णय लिया गया है।
80 फीसदी काम पूरा
श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर बताया कि मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार हो चुका है। पहली मंजिल का काम भी करीब 80 फीसदी पूरा हो गया है। सेकंड फ्लोर बनने के बाद तीसरी मंजिल का निर्माण शुरू होगा।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या जी में प्राण प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर आमंत्रित किये गये समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महानुभावों के बारे में जानकारी। pic.twitter.com/PKoWeO4Xsy
— Champat Rai (@ChampatRaiVHP) December 18, 2023
#WATCH उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे से पहले पूरे शहर को फूलों से सजाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या में श्रीराम एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने वाले हैं।
(वीडियो लता मंगेशकर चौक से है।) pic.twitter.com/XAzTEcsQei
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2023
#WATCH अयोध्या, उत्तर प्रदेश: अयोध्या राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, "कोई भी कार्य जल्दी में नहीं बल्कि गुणवत्ता के साथ होना चाहिए...निर्माण कार्य 3 चरणों में हो रहा है। पहला चरण दिसंबर 2023 तक है, दूसरा 2024 में होगा जब पूरे मंदिर का निर्माण हो जाएगा… https://t.co/Afj39zEqaD pic.twitter.com/FA0AcVIbSD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2023