UP Paper Leak Case: यूपी एसटीएफ को पेपर लीक मामले में बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को उसने पेपर लीक मामले में शामिल गैंग के दो और आरोपी गिरफ्तार किए हैं। इन आरोपियों की पहचान संजय सिंह कुशवाहा और कामेश्वर नाथ मौर्या के तौर पर की गई है। प्रयागराज के कीडगंज इलाके से गिरफ्तार किए गए इन आरोपियों ने एमपी के रीवा स्थित रिजॉर्ट बुक कराया था, जहां पर अभ्यर्थियों को रखकर प्रश्नपत्र में शामिल आंसर रटवाए गए थे। यूपी पेपर लीक के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
अभ्यर्थियों से वसूले 12-12 लाख
गिरफ्तार किए गए दोनों प्रयागराज के रहने वाले हैं। आरोप है कि उन्होंने राजीव नयन मिश्रा और रवि अत्री की मदद से समीक्षा अधिकारी (AO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) भर्ती परीक्षा का पेपर अभ्यर्थियों को 12 लाख में बेचे थे। एसटीएफ ने आरोपियों से स्कॉर्पियो और मोबाइल फोन समेत 3500 रुपए नकद बरामद किए हैं।
5 लाख दिए थे एडवांस
दरअसल, सिपाही भर्ती और आरओ भर्ती परीक्षा के कुछ अभ्यर्थियों से रुपए लेकर आरोपियों ने प्रश्न-पत्र में शामिल सवालों के उत्तर रटवाए थे। इसके लिए एमपी के रीवा स्थित शिव महाशक्ति रिजॉर्ट बुक किया गया था। यह रिसोर्ट आरोपी संजय कुशवाहा और कामेश्वर मौर्य ने ही बुक कराया था। इसके लिए आरोपियों ने 5 लाख रुपए एडवांस दिए थे। यूपी एसटीएफ को आरोपियों से पूछताछ के दौरान कुछ अहम सुराग हाथ लगे, जिस आधार पर जल्द ही मामले से जुड़े अन्य आरोपी भी गिरफ्त में आ सकते हैं।
11 फरवरी को परीक्षा हुई एआरओ भर्ती परीक्षा
उत्तर प्रदेश में आरओ और एआरओ भर्ती 11 फरवरी को परीक्षा हुई थी। इस एक्जाम के बाद कुछ कैंडिडेट्स ने पेपर लीक होने का दावा किया था। जांच पड़ताल के बाद प्रयागराज के सिविल लाइन थाने में एफआईआर कराई गई। उत्तर प्रदेश STF ने जांच शुरू की तो एक के बाद परत दर परत खुलासे होने लगे। लखनऊ, प्रयागराज, कौशांबी और मेरठ से कई आरोपी गिरफ्तार किए गए। शुक्रवार को गिरफ्तार किए गए संजय सिंह कुशवाहा और कामेश्वर नाथ मौर्या भी पेपर लीक गैंग के अहम सदस्य हैं। इससे पहले डॉ शरद पटेल और केके पाल समेत 4 आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। एसटीएफ अब आरोपियों को रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी।