Call Recording: क्या आप फोन पर बात करते समय कॉल रिकॉर्डिंग करते हैं तो आप सावधान हो जाएं क्योंकि ऐसा करना आपको अब मंहगा पड़ सकता है। आपको इसकी जानकारी होना जरूरी हैं कि किसी कॉल रिकॉर्डिंग करना गैर-कानूनी होता है। ऐसा यदि आप मजाक में भी करते हैं और उस व्यक्ति ने आपकी शिकायत कर दी तो आपको जेल तक हो सकती हैं। क्या आप इस कानून के बारें में जानते हैं? यदि नहीं तो एक बार इस आटर्किल को जरूर देख लें वरना आप किसी बड़ी मुश्किल में फंस सकते हैं। तो आइए जानते हैं...
गैरकानूनी होती हैं कॉल रिकॉर्डिंग?
आपको किसी की भी कॉल को रिकॉर्ड करने से पहले अथॉरिटी से परमिशन लेने की जरूरत होती हैं। यदि आपके पास इजाजत नहीं है, तो इसे गैरकानूनी समझा जाएगा। ऐसा करने से मौलिक अधिकारों का उल्लघंन होता है। इसके चलते सामने वाला व्यक्ति चाहे, तो आपके खिलाफ एफआईआर भी करा सकता है।
दरअसल हमारे भारतीय संविधान के आर्टिकल 21 के प्रावधान के तहत सभी व्यक्तियों को निजता का अधिकार प्राप्त है। इस अधिकार और इंडियन एविडेन्श एक्ट 1872 के सभी कॉल रिकॉर्ड को कोर्ट में पेश किया जा रहा है। हालांकि इस प्रावाधान के लिए सरकार की ओर से कुछ शर्ते भी जारी की है जैसे रिकॉर्ड आवाज साफ और पहचान योग्य होनी चाहिए।
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प्रामाणिकता का सर्टिफिकेट, रिकॉर्डिंग के साथ किसी भी तरह की कोई छेड़छाड़ न होना और मामले का प्रासंगिक होना चाहिए। इसलिए सतर्क रहे और बिना अथॉरिटी के परमिशन के भी किसी कॉल रिकॉर्ड करने से बचने की सलाह दी जाती है।
बिना परमिशन के फोटो क्लिक करना भी है गैरकानूनी
आपको बता दें, यदि आप किसी भी व्यक्ति की बिना इजाजत के फोटो और वीडियो बना लेते हैं, तो इससे आप फंस सकते हैं। कई बार लोग हंसी मजाक में किसी का भी फोटो और वीडियो शूट कर लेते हैं, लेकिन यह गैरकानूनी है और इसे आर्टिकल 21 का उल्लंघन माना जाता है। इसलिए किसी कॉल रिकॉर्डिंग या फोटो को बिना परमिशन के क्लिक करने से बचना चाहिए।