Union Budget 2024: मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट (Interim Budget) 1 फरवरी को पेश करने वाली है। इस साल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2024-25 को लेकर सरकार की प्लानिंग के बारे में बताएंगी। पहले ये बजट 28 फरवरी को पेश किया जाता था, लेकिन अब इसे बदलकर 1 फरवरी कर दिया गया है। मोदी सरकार ने सालों पुरानी परंपरा को तोड़ा था।
आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि किस वजह से बजट की डेट को बदला गया है।
क्यों 1 फरवरी को पेश किया जाता है बजट?
पूर्व वित्त मंत्री जेटली ने कहा था कि ब्रिटिश शासन के तहत औपनिवेशिक युग के दौरान अपनाई जाने वाली 92 साल पुरानी प्रथा को समाप्त करने के लिए बजट महीने के आखिरी दिन के बजाय 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। दरअसल, जब फरवरी महीने के अंत में बजट पेश किया जाता था तब अप्रैल तक उसे लागू करने में दिक्कत होती थी। इस वजह से यूनियन बजट की तारीख को बदला गया।
पहले आता था अलग अलग बजट
इस बदलाव के साथ ही तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रेलवे के लिए अलग बजट (Railway Budget) पेश करने की परंपरा को भी खत्म कर दिया था। रेलवे बजट को भी केंद्रीय बजट में शामिल करने का एलान किया था।
वर्ष 1999 तक शाम 5 बजे पेश होता था बजट
भारत में 1999 तक केंद्रीय बजट फरवरी महीने की आखिरी तारीख को शाम 5 बजे पेश किया जाता था। यह एक ब्रिटिश परंपरा थी। दरअसल, ब्रिटेन में सुबह के 11 बजे बजट पेश किया जाता है, जो भारतीय समय के अनुसार शाम 5 बजे होता था।
उसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी के वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने सुझाव दिया था कि केंद्रीय बजट सुबह 11 बजे पेश किया जाना चाहिए। उनके सुझाव के बाद पहली बार वर्ष 1999 में केंद्रीय बजट सुबह 11 बजे पेश किया गया। इसके बाद हर साल सुबह 11 बजे यूनियन बजट पेश किया जाने लगा।