Canada: कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने एक हिंदू मंदिर प्रमुख के बेटे के घर पर हमला किया। अलगाववादियों ने करीब 14 राउंड फायरिंग की। यह पूरा मामला ब्रिटिश कोलंबिया में सरे का है। यहीं आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी। फिलहाल गोलीबारी में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। जांच शुरू हो गई। जांच करने वाले अफसरों ने अभी तक हमले के कारणों का खुलासा नहीं किया है। शूटर्स अभी तक गिरफ्त से बाहर हैं।
बुधवार तड़के आवास पर गोलीबारी
ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में स्वामी लक्ष्मी नारायण मंदिर है। इस मंदिर के मुख्य पुजारी सतीश कुमार हैं। सतीश ने बताया कि बुधवार तड़के उनके बेटे के आवास पर गोलीबारी की गई। करीब 11 से 14 के बीच गोलियां चलाई गईं। यह हमला क्यों किया गया, अभी यह स्पष्ट नहीं है। इलाके में जबरन वसूली के मामले सामने आए हैं। मेरे बेटे ने हाल ही में एक बीमा एजेंसी बेची है और संभव है कि हमलावरों ने सोचा होगा कि उसके पास बहुत पैसा है।यह मंदिर उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब 18 जून 2023 को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के खिलाफ अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस के विरोध प्रदर्शन किया था। माना जा रहा है कि विरोध का बदला लेने के लिए हमलावरों ने गोलीबारी की है।
14 bullets fired at the house of Son of President of Lakshmi Narain temple, Surrey Canada(Land of Rule of Law). Repeated attacks on temples there is a matter of serious concern. Situation wouldn’t have come to such a pass if culprits involved in earlier attacks had been punished.
— Amar Jit Singh IFS(Retd)🇮🇳 (@AmarJit_IFS) December 29, 2023
निज्जर की हत्या के बाद हिंदू निशाने पर
दरअसल, जून में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से कनाडा के साथ भारत के रिश्ते तनावपूर्ण हैं। कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्तता के आरोप लगाए थे। हालांकि भारत ने उनके आरोपों को नकार दिया था। भारत ने कनाडा को अपने 62 राजनयिकों में से 41 को वापस बुलाने के लिए कहा था।
यह पहला मामला नहीं है, जब किसी मंदिर या हिंदू को निशाना बनाया गया। खालिस्तानी तत्वों ने सरे मंदिर के गेट और दीवारों पर भारत के वरिष्ठतम राजनयिकों को निशाना बनाते हुए पोस्टर चिपकाए थे। ब्रिटिश कोलंबिया में मंदिरों में तोड़फोड़ के कई मामले सामने आए हैं।
हमले के पीछे कौन?
लक्ष्मी नारायण मंदिर परिषद के सदस्य पुरुषोत्तम गोयल ने कहा कि हमले के पीछे कौन था, इसका सुराग अभी तक नहीं लगा है। यह चिंता में डालने वाली बात है। हम बिना सबूत किसी पर आरोप नहीं लगाना चाहते हैं। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस की सरे टुकड़ी ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि हमले की जांच चल रही है। पुलिस ने बताया कि हमले कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन आवास को गोलियों के छर्रे लगने से लगातार नुकसान हुआ। अधिकारी अभी भी इस घटना के मकसद का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।
अमेरिका में मंदिर पर हुआ हमला
हाल ही में अमेरिका में स्वामी नारायण मंदिर पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमला किया था। दीवारें क्षतिग्रस्त कर दी थी। साथ ही दीवारों पर भारत विरोधी स्लोगन लिखे थे। भिंडरावाले को शहीद बताया था। भारत ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।