Donald Trump Expansion Plan: डोनाल्ड ट्रंप महज 12 दिन बाद अमेरिका के प्रेसिडेंट की कुर्सी पर बैठने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने ऐसी बात कह दी है जिससे कनाडा से लेकर ग्रीनलैंड तक हलचल मच गई है। मंगलवार को फ्लोरिडा के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में ट्रंप ने अपने विस्तारवादी एजेंडे का खुलासा किया। ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि कनाडा को अमेरिका में शामिल करा लिया जाए। इसके साथ ही पनामा नहर पर कब्जा, ग्रीनलैंड को खरीदनें, गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम बदलने की भी इच्छा जाहिर की। ट्रंप ने लगे हाथ हमास को बंधकों को लौटाने की चेतावनी दे डाली। साथ ही नार्थ एटलांटिंक ट्रिटी ऑर्गनाइजेशन ( NATO)  को रक्षा खर्च बढ़ाने की हिदायत भी दी। जानें, ट्रंप ने किस-किस को लपेटे में लिया। 

कनाडा को अमेरिका में मिलाने की रट लगाए बैठै हैं ट्रंप
ट्रंप कनाडा को अमेरिका में शामिल कराने की रट लगाए बैठे हैं। 5 नवम्बर 2024 को ट्रंप ने यूएस प्रेसिडेंट बनने के बाद  ट्रूडो से मुलाकात की थी। इसके बाद से वह कई बार कनाडा का अमेरिका मे ंविलय कराने की बात पहले भी कई बार कह चुके हैं। अपने सोशल मीडिया पोस्ट्स में भी इस बात का जिक्र कर चुके हैं। हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने प्रधानमंत्री के बजाय 'गवर्नर ट्रूडो' लिखा था। यानी के एक तरह से कनाडा को एक अलग राष्ट्र नहीं बल्कि अमेरिका का ही एक स्टेट बताने की कोशिश की थी। 

कनाडा-यूएस बॉर्डर को बताया आर्टिफिशियल लाइन
ट्रंप से जब मीडिया ने पूछा कि क्या वह कनाडा के खिलाफ मिलिट्री ताकत का इस्तेमाल करेंगे तो उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया। ट्रंप ने कहा कि मैं आर्थिक ताकत का इस्तेमाल करुंगा। ट्रंप ने यूएस-कनाडा बॉर्डर को आर्टिफिशियल लाइन बताते हुए कहा कि इससे अमेरिका के लोगों को आजादी मिलेगी और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर होगा। कनाडा के इस बयान पर जस्टिन ट्रूडो समेत कनाडा के कई नेताओं ने आपत्ति जताई है। 

ट्रंप ने दी पनामा नहर पर कब्जे की धमकी
ट्रंप ने पनामा नहर परी कब्जा करने की धमकी भी दी। ट्रंप ने कहा कि पनामा नहर को दोबारा अमेरिका के कंट्रोल में लाया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि पनामा नहर को पनामा को सौंपा जाना एक  ऐतिहासिक गलती थी। ट्रंप ने इसके लिए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर पर निशाना साधा। बता दें कि कार्टर के शासनकाल में ही नहर पर पनामा काे अधिकार दिया गया था। पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज आचा ने ट्रंप की इस धमकी पर ऐतराज जताया है। आचा ने  कहा कि पनामा नहर पर सिर्फ और सिर्फ हमारे देश का ही कंट्रोल होगा। 

फिर एक बार जताई ग्रीनलैंड को खरीदने की इच्छा 
ट्रंप ने एक बार फिर से ग्रीनलैंड को खरीदने की इच्छा जाहिर की। ट्रंप ने कहा कि ग्रीनलैंड अमेरिका के लिए रणनीतिक तौर पर बेहद अहम है। यह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहद जरूरी है।अगर डेनमार्क, ग्रीनलैंड को्र बेचने से इनकार करता है, तो हम उस पर आर्थिक प्रतिबंध लगाएंगे। डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन ने ट्रंप के इस बयान पर आपत्ति जताई है। मेटे फ्रेडरिकसन ने कहा है  कि ग्रीनलैंड बिकाऊ नहीं है। 

हम बदलने जा रहे हैं गल्फ ऑफ मैक्सिको का नाम 
ट्रंप ने कहा कि हम गल्फ ऑफ मेक्सिको का नाम भी बदलने जा रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अब  इसे "गल्फ ऑफ अमेरिका" कहा जाएगा। यह एक सुंदर और उपयुक्त नाम होगा। बता दें कि गल्फ ऑफ मेक्सिको पेट्रोलियम से समृद्ध है। यह दुनिया की नौवीं सबसे बड़ी खाड़ी है। इसे 1500 के दशक से "गल्फ ऑफ मैक्सिको" के नाम से जाना जाता है। बता दें कि ट्रंप इससे पहले नार्थ अमेरिका की सबसे ऊंची देनाली चोटियों का नाम बदलकर माउंट मैककिनले करने का भी प्रस्ताव रख चुके हैं। बता दे कि देनानी माउंटेन का नामकरण पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किया था। 

हमास को सभी बंधकों को रिहा करने की चेतावनी दी
ट्रंप ने हमास को भी सख्त चेतावनी दी। अमेरिका के प्रेसिडेंट इलेक्ट ने हमास से कहा कि अगर उसने बंधकों को रिहा नहीं किया तो इसका गंभीर खामियाजा भुगताना होगा। बता दें कि हमास ने अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमल किया था। हमास ने इजरायल बॉर्डर में घुसकर एक संगीत फेस्टिवल में शामिल हो रहे लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी। इसके साथ ही 250 लोगों को बंधक बनाया था। इनमें से 96 अभी भी उनकी गिरफ्त में हैं। ट्रंप ने कहा कि मेरे कार्यकाल में ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।  

नाटो को दी रक्षा खर्च बढ़ाने की हिदायत
ट्रंप ने नाटो सदस्य देशों से रक्षा खर्च बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी सदस्य अपनी जीडीपी का कम से कम 5% रक्षा पर खर्च करें। वर्तमान में यह लक्ष्य 2% है। ट्रंप ने कहा, "अमेरिका को नाटो से कोई खास फायदा नहीं मिलता।" उन्होंने अन्य देशों पर अमेरिका पर निर्भर रहने का आरोप लगाया। ट्रंप ने कहा कि इस बदलाव से वैश्विक सुरक्षा मजबूत होगी। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान भी इस मुद्दे को उठाया था।