Hamas chief Mohammad Deif Killed: हमास ने गुरुवार (30 जनवरी) को अपने सैन्य प्रमुख मोहम्मद दाइफ की मौत की पुष्टि कर दी। दाइफ जुलाई 2023 में इजरायल के हवाई हमले में मारा गया था। 'टाइम्स ऑफ इजरायल' की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के प्रवक्ता अबू ओबैदा ने एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में दाइफ के अलावा हमास के डिप्टी कमांडर अबू तमा, कॉम्बैट सपोर्ट चीफ रायद थाबेत, मिलिट्री विंग चीफ ऑफ स्टाफ रफा सलामेह, खान यूनिस ब्रिगेड कमांडर अयमान नोफाल और गाजा के सेंट्रल-नॉर्थ ब्रिगेड कमांडर अहमद घंडूर की मौत की भी जानकारी दी गई।  

23 जुलाई 2023 को इजरायल ने किया था हमला
इजरायली सेना के अनुसार, दाइफ 23 जुलाई 2023 को हवाई हमले में मारा गया था। इजरायल ने खान यूनिस में ब्रिगेड कमांडर रफा सलामेह के ठिकाने पर हमला किया था, जहां दाइफ भी मौजूद था। यह हमला हमास के शीर्ष नेताओं को खत्म करने के लिए किया गया था। इजरायल के डिफेंस मिनिस्टर योआव गैलेंट ने 1 अगस्त 2024 को दाइफ को मारने का दावा किया था। गैलेंट ने इसे गाजा से आतंक खत्म करने की दिशा में एक बड़ी सफलता बताया था। गैलेंट ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर भी साझा की थी, जिसमें वह दाइफ की तस्वीर पर काले मार्कर से क्रॉस लगा रहे थे।  

इजरायल ने 7 बार की थी दाइफ को मारने की कोशिश 
इजरायल ने मोहम्मद दाइफ को मारने के लिए 7 बार प्रयास किया था, लेकिन वह हर बार बच जाता था। इसी वजह से उसे '9 जिंदगियों वाली बिल्ली' कहा जाता था। दाइफ हमास के सैन्य विंग का प्रमुख था और 7 अक्टूबर 2023 के इजरायल पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था। उसने इस ऑपरेशन को 'अल अक्सा फ्लड' नाम दिया था। इस हमले के बाद इजरायल ने गाजा में हमास के ठिकानों पर भीषण हमला किया, जिसमें हजारों लोग मारे गए।  

कैसे बना मोहम्मद दाइफ इजरायल का मोस्ट वांटेड?
मोहम्मद दाइफ 2002 से हमास के सैन्य विंग का प्रमुख था। उसका जन्म 1965 में गाजा के खान यूनिस कैंप में हुआ था। उस समय गाजा पर मिस्र का कब्जा था। उसके पिता 1950 में हथियारों के साथ इजरायल में घुसपैठ करने वालों में शामिल थे। बचपन से ही उसने अपने रिश्तेदारों को फिलिस्तीन के लिए लड़ते देखा था। दैफ ने गाजा की इस्लामिक यूनिवर्सिटी से विज्ञान की पढ़ाई की थी। कॉलेज में वह एंटरटेनमेंट कमेटी का नेतृत्व करता था और कई नाटकों में हिस्सा लेता था। 20 साल की उम्र के बाद उसकी कोई तस्वीर सामने नहीं आई थी।  

पहले विद्रोह के दौरान बढ़ा दाइफ का प्रभाव
हमास की स्थापना 1980 के दशक के अंत में हुई थी। उस समय दाइफ करीब 20 साल का था। उसी दौर में फिलिस्तीनियों ने वेस्ट बैंक और गाजा पर इजरायल के कब्जे के खिलाफ पहला 'इंटिफादा' यानी विद्रोह शुरू किया था। इसी दौरान दैफ आत्मघाती हमलों में शामिल हुआ और उसे दर्जनों लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। समय के साथ वह हमास की सैन्य ताकत का प्रमुख चेहरा बन गया।  दाइफ इजरायल के खिलाफ कई हमलों की साजिश का मास्टरमाइंड था।