Hamas Israel ceasefire: इजरायल और हमास के बीच 15 महीने से जारी जंग को खत्म करने पर सहमति बन गई है। शनिवार (18 जनवरी) को इजरायल सरकार ने हमास के साथ युद्धविराम समझौते को मंजूरी दे दी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार को इस समझौते की पुष्टि की। कैबिनेट में छह घंटे की लंबी चर्चा के बाद इसे मंजूरी दी गई। यह समझौता रविवार, 19 जनवरी से लागू होगा। इसके तहत कैदियों और बंधकों की अदला-बदली होगी। आइए, जानते हैं कैसे हुआ यह समझौता, अब आगे क्या होगा।
कतर और अमेरिका ने निभाई अहम भूमिका
बता दें कि यह सीजफायर डील कराने में कतर और अमेरिका ने अहम भूमिका निभाई है। समझौते के तहत छह हफ्तों का युद्धविराम होगा। यह तीन चरणों में लागू किया जाएगा। इसमें पहले चरण में बंधकों की रिहाई होगी। इस सीजफायर डील को लेकर नेतन्याहू कैबिनेट के कुछ कट्टरपंथी मंत्रियों ने विरोध किया। हालांकि, इजरायल के 24 मंत्रियों ने सीजफायर समझौता करने का समर्थन किए। इस समझौते से हमास की कैद से इजरायली नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित हो सकेगी।
33 बंधकों की रिहाई और कैदियों की अदला-बदली
समझौते के तहत हमास 33 इजरायली बंधकों को रिहा करेगा। इनमें महिलाएं, बच्चे और 50 वर्ष से ऊपर के पुरुष शामिल हैं। इसके बदले इजरायल सभी फिलिस्तीनी महिलाओं और 19 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को रिहा करेगा। बता दें कि अमेरिका लंबे समय से इजरायल और हमास के बीच संघर्ष को खत्म कराने की कोशिशों में जुटा था। हालांकि, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्यहू के सख्त रवैये के कारण युद्धविराम नहीं हो पा रहा था।
हिंसा से लाखों लोगों का जीवन प्रभावित
गाजा में 15 महीने से चल रहे संघर्ष में अब तक 46,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। लाखों लोग बेघर हो गए हैं। गाजा का बड़ा हिस्सा मलबे में तब्दील हो गया है। इस संघर्ष में मध्य पूर्व के दूसरे गुट, जैसे ईरान, हिजबुल्लाह, और यमन और इराक के सशस्त्र समूह भी शामिल हो चुके हैं। युद्धविराम से इस क्षेत्र में हिंसा कम होने की उम्मीद है। इसके साथ ही मध्य पूर्व में समुद्री रास्तों से होने वाले व्यापार भी सामान्य होने की संभावना है।
अंतिम समय में कई मुश्किलें भी आई सामने
यह समझौता कतर और अमेरिका की मध्यस्थता से संभव हो पाया। हालांकि, अंतिम समय में कई मुश्किलें भी सामने आईं। इजरायल के पीएम नेतन्याहू ने कहा कि इसके लिए हमास को जिम्मेदा ठहराया। नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने अंतिम समय में शर्तें बदलीं। हालांकि, हमास ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि हमारी वजह से समझौते में किसी तरह की देरी नहीं हुई। इन अड़चनों के बावजूद, समझौते पर सहमति बन गई है। अब इसे लागू करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
इजरायल और हमास के बीच कैसे शुरू हुई जंग?
गाजा में इजरायल और हमास के बीच जंग की शुरुआत 7 अक्टूबर 2023 को हुई थी। इसी दिन हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था। इसमें 1,200 लोगों की मौत हुई। साथ ही हमासन ने 250 इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था। अब भी करीब 100 बंधक हमास के कब्जे में हैं। इसके बाद इजरायल ने भी गाजा पर हमला बोल दिया था। इजरायल ने हमास के कई कमांडरों का काम तमाम कर दिया।