Israel-Hamas War: गाजा में बढ़ते तनाव और इजरायली हवाई हमलों के बीच भारत ने बुधवार (19 मार्च) को आधिकारिक बयान जारी किया। भारत ने सभी युद्धबंदियों की तत्काल रिहाई की मांग और गाजा के लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने पर जोर दिया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजरायल ने हमास के खिलाफ बड़े स्तर पर सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है और गाजा में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं।

गाजा पट्टी में इजरायली हमले पर भारत ने रखा अपना पक्ष?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक लेटर जारी करते हुए लिखा, "हम गाजा की स्थिति को लेकर चिंतित हैं। यह जरूरी है कि सभी युद्धबंदियों को रिहा किया जाए। साथ ही, हम गाजा के लोगों को लगातार मानवीय सहायता मुहैया कराने की अपील करते हैं।"

इजरायल ने गाजा में किया हमला
इससे एक दिन पहले, इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने घोषणा की थी कि उन्होंने गाजा पट्टी में हमास के आतंकवादी ठिकानों पर "व्यापक हवाई हमले" किए हैं। IDF ने कहा, "IDF और इजरायल सुरक्षा एजेंसी (ISA) ने गाजा पट्टी में हमास के आतंकवादी ठिकानों पर व्यापक हमले किए हैं।"

इजरायल ने क्यों किया हमला?
इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर कई पोस्ट्स में बताया कि यह हमले प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल कात्ज के निर्देश पर किए गए। यह निर्णय हमास द्वारा युद्धबंदियों को रिहा करने से लगातार इनकार और अमेरिकी राष्ट्रपति के दूत स्टीव विटकॉफ और अन्य मध्यस्थों के प्रस्तावों को ठुकराने के बाद लिया गया।

बुधवार को एक ऑपरेशनल अपडेट में IDF ने बताया कि उसने रात में गाजा में हमास के एक सैन्य ठिकाने पर हमला किया, जहां इजरायल की ओर प्रोजेक्टाइल दागने की तैयारी चल रही थी।