Israel Hamas War Update: इजराइल-हमास के बीच 6 महीने से जंग जारी है। जिसकी कीमत आम नागरिकों को अपनी जान गवां कर चुकानी पड़ रही है। खाने के लाले पड़े हैं। भुखमरी का संकट है। इस बीच कई देश और समाजसेवी संगठन मदद भेज रहे हैं। लेकिन मदद भी मौत हो गई। दरअसल, विमान से गिराए गए राहत सामग्री (Humanitarian Airdrop) के पैकेट का पैराशूट न खुलने से 5 लोगों की मौत हो गई। कई घायल हो गए। राहत-सामग्री के पैकेट आसमान से सीधे नीचे खड़े लोगों पर गिरे थे। यह घटना शुक्रवार को उत्तरी गाजा के शाती रिफ्यूजी कैंप की है।
गाजा सरकार ने एयरड्रॉप को बताया बेकार
इस घटना की गाजा सरकार ने निंदा की है। सरकार के मीडिया ऑफिस ने एयरड्रॉप सर्विस को बेकार करार दिया। कहा कि हमने पहले चेतावनी दी थी कि यह गाजा पट्टी में नागरिकों के जीवन के लिए खतरा है। आखिरकार आशंका सच साबित हुई। लोग मदद की आस में आसमान में नजरें टिकाए खड़े थे। लेकिन पार्सल लोगों के सिर पर गिरे। जिससे पांच लोगों की मौत हो गई। जबकि कई घायल हो गए।
🚨🇺🇸🇮🇱🇵🇸Americans dropping humanitarian aid in the Gaza Strip while sending weapons to the Israeli apartheid, graphic definition. pic.twitter.com/84EfxonCzd
— 🇵🇸🇮🇪🔻☭Long Live James Connolly ✊🏼(he/him) (@tnega74) March 8, 2024
अमेरिका ने कहा- हमने नहीं गिराया राहत पैकेज
शुरुआत में दावा किया गया कि जिन पार्सल से नागरिकों की मौत हुई है, वह अमेरिका के थे। बताया गया कि अमेरिकी सेना ने गाजा में मदद की अपनी तीसरी एयरड्रॉप की। भीड़भाड़ वाले तटीय इलाके में मानवीय आपदा के बीच 38,000 से अधिक लंच पैकेट्स गिराया गया। हालांकि अमेरिका ने इससे इंकार किया। यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पोस्ट में कहा कि हम एयरड्रॉप के चलते मारे गए नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं। लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में गलत दावा किया गया है। यह राहत पैकेज अमेरिका ने एयरड्रॉप नहीं किया था।
🚨Breaking: Parachutes carrying aid fell directly on several civilians near the Al-Fayrouz Towers, resulting in the killing of at least three "hungry" individuals at the scene and injuring others ‼️
— Nour Naim| نُور (@NourNaim88) March 8, 2024
Humiliation aid not humanitarian aid! #Gazaagenocide pic.twitter.com/M4NhS8V4rd
गाजा में भुखमरी का संकट
हमास और इजराइल की जंग में अमेरिका इजराइल का समर्थन कर रहा है। इस जंग में अब तक 2.3 मिलियन से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। लोग रिफ्यूजी कैंप में रह रहे हैं। इससे भोजन, पानी और दवा की गंभीर कमी हो गई है।