Japan Earthquake Updates: जापान में नए साल 2024 के पहले दिन भूकंप-सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदा ने कहर बरपाया। सोमवार दोपहर से अब तक 155 भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार सुबह भी 6 झटके आए। जिनमें 7.6 तीव्रता का सबसे बड़ा भूकंप था। अधिकांश भूकंपों की तीव्रता 3 से अधिक थी। भूकंप के बाद सुनामी और अग्निकांड का दंश भी जापान को झेलना पड़ा है। रायटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, करीब 24 लोगों की मौत हुई है।
समुद्र तट पर उठीं 3.3 फीट लहरें
जापान के पश्चिमी समुद्र तट पर एक मीटर (3.3 फीट) की सुनामी लहरें उठीं। जिससे तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थानों पर भागना पड़ा। तमाम भयावह तस्वीरें सामने आई हैं। जिनमें गिरी हुई इमारतें, एक बंदरगाह पर डूबी नावें, अनगिनत जले हुए घर और रात भर के ठंडे तापमान में बिजली के बिना स्थानीय लोग दिखाई दे रहे हैं।
रेल सेवाएं, शिप और उड़ानें निलंबित
देश भर से हजारों सेना कर्मियों, अग्निशमन कर्मियों और पुलिस अधिकारियों को इशिकावा प्रान्त के अनोटो प्रायद्वीप में सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र में भेजा गया है। हालांकि, बुरी तरह क्षतिग्रस्त और अवरुद्ध सड़कों के कारण बचाव प्रयासों में बाधा आई है और रनवे में दरार के कारण क्षेत्र के एक हवाई अड्डे को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। क्षेत्र में कई रेल सेवाएं, शिप और उड़ानें भी निलंबित कर दी गई हैं।
पीएम किशिदा ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार को एक आपातकालीन आपदा बैठक के दौरान कहा कि भूकंप से प्रभावित लोगों की खोज और बचाव समय के खिलाफ लड़ाई है। किशिदा ने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण बचावकर्मियों को नोटो प्रायद्वीप के उत्तरी सिरे तक पहुंचना बहुत मुश्किल हो रहा है। हेलीकॉप्टर सर्वेक्षणों में कई आग लगने और इमारतों और बुनियादी ढांचे को व्यापक क्षति का पता चला है।
वाजिमा शहर में लगी भीषण आग
स्थानीय मीडिया ने बताया कि भूकंप के केंद्र के पास वाजिमा शहर में सोमवार को भीषण आग लग गई थी। अब तक 24 मौतों की पुष्टि हो चुकी है। मृतकों में ज्यादातर बच्चे हैं।
मौसम विज्ञान एजेंसी ने दी चेतावनी
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, सोमवार को पहली बार आए भूकंप के बाद से 155 से अधिक झटके आए हैं। एजेंसी ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में और भी तेज झटके आ सकते हैं।
चमत्कारिक ढंग से बचे 20 लोग
इशिकावा के नानाओ शहर की 74 वर्षीय निवासी नोबुको सुगिमोरी ने रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने पहले कभी इस तरह के भूकंप के झटके महसूस नहीं किए। उन्होंने कहा, 'मैंने टीवी सेट को गिरने से बचाने के लिए उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन मैं खुद को एक तरफ से दूसरी तरफ तेजी से हिलने से भी नहीं रोक पाई।
73 वर्षीय फुजिको उएनो ने कहा कि जब भूकंप आया तो लगभग 20 लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए उनके घर में थे, लेकिन चमत्कारिक रूप से सभी सुरक्षित बच गए। यह सब पलक झपकते ही हो गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने बढ़ाया मदद का हाथ
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका भूकंप के बाद जापान को कोई भी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के बीच गहरी दोस्ती है, जो हमारे लोगों को एकजुट करती है। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं जापानी लोगों के साथ हैं।
हटाया सुनामी का अलर्ट
जापानी सरकार ने सोमवार रात 97,000 से अधिक लोगों को अपने घर खाली करने का आदेश दिया। उन्हें स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्कूलों में भेजा गया है। हालांकि मंगलवार को कई लोग अपने घरों को लौट गए क्योंकि अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी हटा दी। लेकिन होकुरिकु इलेक्ट्रिक पावर (9505.टी) वेबसाइट के अनुसार, मंगलवार की सुबह इशिकावा प्रान्त में लगभग 33,000 घर बिजली के बिना रहे। उत्तरी नोटो प्रायद्वीप के अधिकांश क्षेत्रों में भी पानी की आपूर्ति नहीं है।