Nithyananda Claims Invitation to Ram Temple Grand Opening: बलात्कार के आरोपी और स्वयंभू बाबा नित्यानंद ने दावा किया कि उसे 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि वह इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। नित्यानंद यौन उत्पीड़न समेत कई मामलों में भारत में वांछित है। 2020 में वह फरार हो गया था।
भारत से फरार होने के बाद नित्यानंद ने दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर में एक आईलैंड पर जमीन ली और कैलासा बना लिया। इसके एक अलग देश घोषित कर दिया है। कैलासा की प्रतिनिधि विजयप्रिया ने संयुक्त राष्ट्र में दावा किया था कि आईलैंड की 20 लाख की आबादी है। इतना ही नहीं 150 देशों में इसकी एंबेसी भी है। नित्यानंद को विजयप्रिया ने कैलासा का सर्वोच्च पुजारी बताया था।
नित्यानंद को बताया हिंदू धर्म का सर्वोच्च धर्मगुरु
नित्यानंद ने एक्स पर लिखा कि इस ऐतिहासिक और असाधारण घटना को न चूकें! पारंपरिक प्राण प्रतिष्ठा के दौरान मंदिर के मुख्य देवता में भगवान राम का औपचारिक रूप से आह्वान किया जाएगा और वे पूरी दुनिया को अनुग्रहित करने के लिए अवतरित होंगे। औपचारिक रूप से आमंत्रित किए जाने के बाद हिंदू धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु भगवान श्री नित्यानंद परमशिवम इस भव्य कार्यक्रम में भाग लेंगे।
कैलासा पर होंगे ये कार्यक्रम
सुबह 9 बजे: कैलासा के वैश्विक मंदिरों में श्री राम पूजा।
सुबह 10 बजे: मुक्तिकोपनिषद का जाप
सुबह 11 बजे: अखंड राम जप
दोपहर 12:30 बजे: वीआईपी मेजबानी
दोपहर 1:30 बजे: श्री राम मंदिर उद्घाटन दर्शन (कैलासा के मंदिरों में दीप प्रज्ज्वलन)
क्या है नित्यानंद की असलियत?
नित्यानंद का जन्म 1 जनवरी 1978 को तमिलनाडु में हुआ था। दावा है कि उसने 12 साल की उम्र से रामकृष्ण मठ में शिक्षा लेना शुरू किया। 2003 में बेंगलुरु के पॉश इलाके में उसने अपना पहला आश्रम खोला। फिर कई आश्रमों की स्थापना की।
2010 में उनके ड्राइवर की शिकायत के आधार पर बलात्कार का मामला दर्ज किया गया। अमेरिकी महिला ने नित्यानंद पर रेप का आरोप लगाया था। जिसके कारण नित्यानंद की गिरफ्तारी हुई। हालांकि बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। 2020 में, उसी ड्राइवर ने दावा किया कि स्वयंभू धर्मगुरु देश छोड़कर भाग गया है। नित्यानंद पर रेप के अलावा अपहरण के भी मामले दर्ज हैं।