Pakistan Election 2024 Voter's Reaction: पाकिस्तान में नई सरकार की सूरत शुक्रवार रात तक साफ हो जाएगी। यहां नेशनल असेंबली की 265 सीटों के लिए गुरुवार को वोटिंग हुई। इस दौरान पाकिस्तान की केयर टेकर सरकार और चुनाव आयोग के द्वारा देशभर में इंटरनेट, मोबाइल सर्विस बंद करने पर आवाम की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कतर के न्यूज चैनल अल-जजीरा ने लाहौर और इस्लामाबाद में आम वोटर से बात की तो उन्होंने सिस्टम पर सवाल उठाते हुए आम चुनावों को पैसे और समय की बर्बादी करार दिया। कुछ वोटर्स ने कहा कि डिजिटल युग में चुनावी नतीजों के लिए 24 घंटे का इंतजार क्यों करना पड़ रहा है? रिजल्ट में देरी से सेना की भूमिका पर संदेह पैदा होता है।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के सर्मथन वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की ओर से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N को कड़ी टक्कर मिली है। इमरान खान समर्थक सबसे आगे हैं। तीसरे स्थान पर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के उम्मीद हैं। तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की PML-N ने नेताओं ने सरकार बनाने का दावा किया है। उनका कहना है कि सभी सीटों के नतीजे आने के बाद नवाज शरीफ विक्ट्री स्पीच देंगे। दूसरी ओर, पाकिस्तान चुनाव आयोग ने नतीजों के ऐलान में देरी की है। शुक्रवार सुबह 6 बजे तक महज 3 सीटों के रिजल्ट का ऐलान हुआ। आइए जानते हैं, पाकिस्तानी आबाम चुनाव पर क्या बोली?
1) सिस्टम ने दिखाया है कि वह काम नहीं करता
अल-जजीरा रिपोर्टर ने एक महिला वोटर से बात की, जिसने गुरुवार को वोट नहीं डाला। उसने कहा- पिछले आम चुनाव में 51 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था। मैंने वोट नहीं दिया, क्योंकि सिस्टम ने बता दिया है कि वह काम ही नहीं करता। मैं उस दिन अपना वक्त क्यों बर्बाद करूं, जब मैं पूरी तरह आराम कर सकती हूं।
2) मतदान शुरू होने में देरी ने भी लोगों को किया परेशान
बुजुर्ग वोटर मुहम्मद हुसैन ने कहा कि कराची के मालिर क्षेत्र में एक विशेष मतदान केंद्र पर निर्धारित समय से 7 घंटे बाद दोपहर 3 बजे तक वोटिंग शुरू नहीं हो पाई। इस बार हमने बदलाव के लिए मतदान किया। लेकिन देश में जिस तरह के हालात हैं, उससे लगता नहीं कि ऐसा हो पाएगा।
3) चुनाव नतीजों में देरी को लेकर मतदाताओं में निराशा
पाकिस्तान के सबसे बड़े और सबसे अधिक आबादी वाले शहर में वोटर नतीजों के ऐलान में देरी को लेकर निराश हैं। 55 वर्षीय आसिफ़ क़ुरैशी ने बताया कि हमने वोट डाला, भले ही यह पिछली बार की तरह पहले से एक सिलेक्शन था। आज हम डिजिटल युग में हैं और फिर भी हमें वोटिंग के 24 घंटे बाद परिणामों के बारे में पता नहीं। जिम्मेदारों का यह बहाना कि इंटरनेट बंद था, लेकिन उन्होंने ही तो इसे सस्पेंड किया।
4) पहले से फिक्स है, चुनाव पर पैसा क्यों बर्बाद किया
एक युवा वोटर कहते हैं कि हम तो यह सोचकर सो गए कि पीटीआई उम्मीदवार आगे हैं। अब हमें बताया जा रहा है कि वे नहीं हैं। आखिर इतना पैसा चुनाव पर क्यों बर्बाद करना चाहिए। बस उन लोगों के नाम बताएं, जिन्हें उन्होंने विजेता बनाने के लिए चुना है।
5) रिजल्ट में देरी से सेना की भूमिका पर संदेह हो रहा
पिछले चुनावों के इतिहास के पर गौर करें तो सेना की भूमिका संदेह के घेरे में रही है। चुनाव आयुक्त हमेशा पीटीआई की ओर झुके रहे हैं। कराची में सालेहा रियाज़ कहते हैं कि मुझे खुशी है कि मैंने परिणाम की परवाह किए बिना अपनी भूमिका निभाई। चुनाव में बड़ा और अप्रत्याशित उलटफेर रोमांचित करने वाला है, लेकिन यह संदेहास्पद और मूड खराब करने वाला है।
PAK असेंबली में कितनी सीटें और कितनी पर चुनाव
बता दें कि पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में सीटों की कुल संख्या 336 है। हालांकि, 265 सीटों के लिए ही वोटिंग हुई है, बाकी सीटें रिजर्व हैं। एक सीट पर चुनाव नहीं हुआ। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बीच मुकाबला अहम है।