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Reciprocal Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बड़ा खुलासा किया है। ट्रम्प ने शनिवार (22 फरवरी) को कहा कि वे भारत पर पहले ही रेसिप्रोकल टैरिफ लगाना चाहते थे, लेकिन कोरोना महामारी आ गई। जो हमसे जैसा टैरिफ वसूलेगा। हम भी वैसा ही करेंगे।

Reciprocal Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बड़ा खुलासा किया है। ट्रम्प ने शनिवार (22 फरवरी) को कहा कि वे अपने पहले कार्यकाल में ही भारत पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाना चाहते थे, लेकिन कोरोना महामारी आ गई। ट्रम्प ने फिर पारस्परिक शुल्क (टैरिफ) लगाने की बात दोहराई हुए कहा कि हम जल्द ही रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करेंगे। अमेरिका भी भारत पर उतना ही टैरिफ लगाएगा जितना भारत अमेरिकी सामान पर लगाता है। 

हम जल्द ही रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने जा रहे 
ट्रम्प ने 'भारतवंशी कश्यप काश पटेल के शपथ समारोह में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। ट्रम्प ने भारत और चीन का उदाहरण देते हुए कहा कि हमसे जो जैसा शुल्क वसूलेगा। हम भी उसके साथ वैसा ही करेंगे। हम लोग जल्द ही रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने जा रहे हैं। वे हम पर चार्ज करते हैं। हम उन पर चार्ज करेंगे। चाहे वो कंपनी हो या एक देश, जैसे कि चीन और इंडिया। हम फेयर होना चाहते हैं इसलिए संयुक्त राज्य अमेरिका भी वही टैरिफ लगाएगा जो भारत और चीन जैसे अन्य देश अमेरिकी वस्तुओं पर लगाते हैं।   

मोदी और ट्रम्प के बीच हुई थी टैरिफ पर चर्चा 
बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की यात्रा की। ट्रम्प और पीएम मोदी के बीच टैरिफ को लेकर चर्चा हुई। भारत ने अमेरिका से आयात किए जाने वाले प्रोडक्ट जैसे अमेरिकी व्हिस्की पर टैरिफ कम कर दिया था। सुपर अमेरिकी बाइक हार्ले डेविडसन पर भी भारत ने टैरिफ कम किया था। तब ऐसा लगा था कि भारत को ट्रंप की कड़ी टैरिफ पॉलिसी से राहत मिलेगी। 

भारत बहुत ज्यादा टैरिफ लगाता है 
बता दें कि डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले भी कहा था कि भारत में टैरिफ स्ट्रक्चर सबसे ज़्यादा है। इस देश में व्यापार करना मुश्किल है। ट्रम्प ने यह भी कहा था कि कुछ छोटे देश हैं जो वास्तव में ज़्यादा टैरिफ लगाते हैं, लेकिन भारत बहुत ज़्यादा टैरिफ लगाता है। मुझे याद है कि जब हार्ले डेविडसन भारत में अपनी मोटरबाइक नहीं बेच पा रही थी, क्योंकि भारत में टैक्स बहुत ज़्यादा था, टैरिफ़ बहुत ज़्यादा था और हार्ले को वहीं निर्माण करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। 

गीता पर हाथ रखकर कश्यप काश ने ली शपथ 
भारतवंशी कश्यप काश पटेल ने शनिवार को भगवद गीता पर हाथ रखकर अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के डायरेक्टर पद की शपथ ली। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। शपथ समारोह कार्यक्रम में राष्ट्रपति ट्रम्प भी शामिल हुए। 

'काश पटेल से मुझे प्यार है'
कार्यक्रम में ट्रम्प ने काश पटेल से मुझे प्यार है। मैं उन्हें इस पद पर इसलिए रखना चाहता हूं, क्योंकि एजेंट उनका बहुत सम्मान करते हैं। काश पटेल एफबीआई निदेशक के पद पर अब तक के सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति के रूप में जाने जाएंगे। ट्रम्प ने कहा कि वे सख्त और मजबूत व्यक्ति हैं। मुझे पता था कि उन्हें स्वीकृति आसानी से मिल जाएगी। बता दें कि काश पटेल FBI का नेतृत्व करने वाले नौंवे अधिकारी हैं। उन्होंने शपथ लेने के बाद कहा कि कई लोग कहते हैं कि ‘अमेरिकन ड्रीम’ खत्म हो चुका है।  

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