Sheikh Hasina on Murder conspiracy: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी हत्या की साजिशों को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। हसीना ने कहा, '5 अगस्त 2024 को मैं और मेरी बहन रिहाना सिर्फ 20-25 मिनट के अंतर से मौत से बचे।'  शेख हसीना ने यह खुलासा एक ऑडियो बयान में किया है। हसीना ने इसमें कहा है कि मेरे जीवन में पहली बार नहीं है, जब उन्हें खत्म करने की साजिश रची गई। बांग्लादेश अवामी लीग ने शेख हसीना का यह ऑडिया क्लिप फेसबुक पर पोस्ट किया गया है। आइए, जानते हैं बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने क्या खुलासे किए हैं। 

'अल्लाह की रहमत से बची हूं'
हसीना ने कहा कि मेरी जान पर साजिशें कोई नई बात नहीं हैं। शेख हसीना ने 21 अगस्त के हमले, कोटालिपारा में हुए बम धमाकों और 5 अगस्त की घटना का जिक्र किया। हसीना ने कहा, 'मैं 21 अगस्त को हुए हमलों से बची, कोटालिपारा में बड़े धमाकों से बची और 5 अगस्त को भी बच गई। मुझे लगता है कि अल्लाह चाहता है कि मैं कुछ और करूं। यही वजह है कि मैं जिंदा हूं। अगर अल्लाह का हाथ न होता, तो मैं इस बार नहीं बच पाती। बाद में आपने देखा कि उन्होंने मुझे खत्म करने की कितनी साजिशें रची गई थीं।'

'अपने देश से दूर हू,घर जल चुका है'
हसीना ने ऑडियो में कहा कि मुझे विरोध प्रदर्शनों के कारण भारत में शरण लेनी पड़ी। हसीना ने कहा कि मुझे कि देश छोड़ने और भारत में शरण लेने पर मजबूर होना पड़ा। हसीना ने कहा- 'मैं अपने देश से दूर हूं। मेरा घर जल चुका है। मैं बिना देश, बिना घर और बिना किसी अपने के हूं। यह बहुत तकलीफदेह है। मुझे जबरन निर्वासन में रहना पड़ रहा है। यह सब सत्ता विरोधी साजिशों का नतीजा है कि आज मुझे भारत में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 

हसीना के खिलाफ जारी हो चुका अरेस्ट वारंट
बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं। 6 जनवरी को बांग्लादेश की अदालत ने शेख हसीना के खिलाफ दूसरा गिरफ्तारी वारंट जारी किया। यह वारंट बांग्लादेश से जबरन गायब किए गए व्यक्तियों के मामलों में हसीना की कथित भूमिका की वजह से जारी किया गया है। बांग्लादेशी सुरक्षा बलों पर 500 से ज्यादा लोगों को गुप्त स्थानों पर कैद रखने का आरोप है। सेना पर लोगों को गैरकानूनी ढंग से कई साल तक हिरासत में रखने के भी आरोप लगे हैं।

भारत ने ठुकराया हसीना के प्रत्यर्पण का अनुरोध
बता दें कि बांग्लादेश ने दिसंबर 2024 में भारत से हसीना के प्रत्यर्पण की मांग की थी। इसके लिए एक "नोट वर्बाले" (Note Verbale) भारत के विदेश मंत्रालय को भेजा गया। लेकिन भारत ने इस अनुरोध पर कोई जवाब नहीं दिया। शेख हसीना पर अपने 15 साल के कार्यकाल के दौरान देश में मानवाधिकार उल्लंघन करने का भी मामला दर्ज किया गया है।