Presidential Debate Highlights: अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट (Presedential Debate) हुई। डिबेट भारतीय समयानुसार बुधवार सुबह करीब 6.30 फिलाडेल्फिया के नेशनल कॉन्स्टिट्यूशन सेंटर में हुई। ट्रम्प इस दौरान आक्रामक अंदाज में नजर आए। वहीं, कमला हैरिस ने तर्कों के साथ अपनी बात रखी। 

ट्रम्प का दावा: जीता तो रुकवा दूंगा रूस-यूक्रेन युद्ध
ट्रम्प ने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति बनता हूं तो रूस और यूक्रेन की जंग रुकवा दूंगा। वहीं कमला हैरिस ने ट्रम्प के बयान नकारा। हैरिस ने ट्रम्प को अबॉर्शन पॉलिसी, इमिग्रेशन, इकोनॉकी और फॉरेन पॉलिसी जैसे मुद्दों पर घेरा। बहस के दौरान कई बार माहौल गर्म हुआ, लेकिन दोनों ने अपनी-अपनी बातों को मजबूती से रखा। आइए, जानते हैं ट्रम्प और कमला हैरिस की प्रेसिडेंशियल डिबेट से जुड़े 10 अहम पॉइंट्स

1. कमला हैरिस ने अबॉर्शन के मुद्दे पर ट्रम्प को घेरा
कमला हैरिस ने डिबेट में अबॉर्शन पॉलिसी का मुद्दा प्रमुखता से उठाया। कमला हैरिस ने ट्रम्प पर महिलाओं के गर्भपात अधिकारों को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार या ट्रम्प को महिलाओं के शरीर पर कोई फैसला लेने का अधिकार नहीं होना चाहिए। ट्रम्प ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि अबॉर्शन के मामलों में राज्यों को फैसले करने चाहिए। साथ ही ट्रम्प ने कहा कि मेरा नेशनल अबॉर्शन लॉ लाने का कोई इरादा नहीं है।

ये भी पढें: US Presidential Election: कमला हैरिस का प्रेसिडेंशियल कैंडिडेट बनना तय, राष्ट्रपति चुनाव लड़ने वाली पहली अश्वेत महिला होंगी

2.इमिग्रेशन पॉलिसी पर दोनों नेताओं के बीच नोंकझोंक
इमिग्रेशन पॉलिसी पर भी डिबेट में जोरदार बहस हुई। ट्रम्प ने कहा कि अवैध इमिग्रेशन राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर संकट है।ट्रम्प ने कहा कि कमजाेर इमिग्रेशन पॉलिसी के लिए कमला हैरिस जिम्मेदार हैं। ट्रम्प ने दावा किया कि अवैध प्रवासी अपराध बढ़ा रहे हैं। स्प्रिंगफील्ड में वे लोग कुत्ते, बिल्लियों और लोगों के पालतू जानवरों को खा रहे हैं। ये सब कुछ हमारे देश में हो रहा है। हैरिस ने कहा कि इमिग्रेशन के मुद्दे पर ट्रंप के दावे झूठे हैं। कमला हैरिस ने कहा कि इमिग्रेशन मानवाधिकार से जुड़ा मुद्दा है। इमिग्रेश पर ट्रम्प ने जो भी पॉलिसी बनाई, वे कठोर और असंवेदनशील थीं। 

ये भी पढें: US Presidential Debate: ट्रम्प बोले- मार्क्सवादी हैं कमला हैरिस, कमला ने अबॉर्शन पॉलिसी, चीन ट्रेड और इकोनॉमी के मुद्दे पर घेरा

3.अर्थव्यवस्था पर सामने आए ट्रम्प और हैरिस के मतभेद
अर्थव्यवस्था पर भी डोनाल्ड ट्रम्प और कमला हैरिस के बीच गर्मा गर्म बहस हुई। ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका की आर्थिक नीतियों मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि रहीं। ट्रम्प ने कहा कि मेरे कार्यकाल में अमेरिकी अर्थव्यवस्था फल-फूल रही थी। दूसरी ओर, हैरिस ने ट्रंप की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने मध्यम वर्ग और गरीबों को नुकसान पहुंचाया। हैरिस ने कहा कि ट्रम्प के कार्यकाल में आर्थिक असमानता, बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी। इसलिए ट्रम्प की इकोनॉमिक पॉलिसी असफल रहीं। 

ये भी पढें: Trump Interview: रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने किम जोंग, प्रेसिडेंट पुतिन और जिनपिंग को लेकर किए बड़े दावे

4. हैरिस ने विदेश नीति पर ट्रम्प को घेरा
विदेश नीति को लेकर भी दोनों नेताओं के विचार स्पष्ट रूप से अलग थे। ट्रम्प ने कहा कि मेरा एडमिनिस्ट्रेशन ने अमेरिका को वैश्विक मंच पर मजबूत और सुरक्षित बनाने के लिए काम कर रहा था। ट्रम्प ने कहा कि बाइडेन-हैरिस एडमिनिस्ट्रेशन कमजोर नेतृत्व का प्रतीक है। वहीं, हैरिस ने ट्रंप की विदेश नीति की आलोचना की। हैरिस ने कहा कि ट्रम्प के फॉरेल पॉलिसी से जुड़े फैसलों ने अमेरिका की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है। हैरिस ने ट्रंप को अंतरराष्ट्रीय संबंधों में असफल नेता करार दिया।

ये भी पढें: US Elections: कमला हैरिस के सबसे बड़े भाषण में दिवंगत मां का जिक्र, बोलीं- हर दिन उन्हें याद करती हूं, आज वे खुश होंगी

5.ट्रम्प ने फिर उठाया चुनाव में धांधली का मुद्दा
ट्रम्प ने 2020 के चुनाव परिणामों पर अपने पुराने दावों को दोहराया। ट्रम्प ने कहा कि चुनाव में धांधली हुई थी। हाल ही में ट्रम्प ने कहा था कि 2020 के प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में कोई धांधली नहीं हुई थी। इस पर जब हैरिस ने सवाल किया तो ट्रम्प ने कहा कि वह बयान मैंने मजाक में दिया था। हैरिस ने कहा कि अमेरिका की जनता ने ट्रम्प को साफ तौर से नकार दिया है। ट्रम्प ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं हार मानने वाला नहीं हूं। 

6. जलवायु परिवर्तन पर उलझे कमला और ट्रम्प
कमला हैरिस ने डिबेट के दौरान जलवायु परिवर्तन को एक गंभीर मुद्दा बताया। कमला हैरिस ने कहा कि क्लाइमेट चेंज भविष्य की पीढ़ियों के लिए खतरा है। हैरिस ने कहा कि ट्रम्प ने अपने कार्यकाल के दौरान पर्यावरण संरक्षण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। ट्रंप ने इसे नकारते हुए कहा कि मेरे प्रशासन ने रोजगार बचाने के लिए ऊर्जा उत्पादन पर ध्यान दिया। हैरिस ने कहा कि ट्रम्प का यह कदम पर्यावरण के लिए विनाशकारी है।

7. ट्रम्प कोरोना महामारी से निपटने में विफल रहे
हैरिस ने कहा कि कोविड-19 यानी कि कोराेना महामारी से निपटने में ट्रम्प की सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई। कमला ने कहा कि ट्रम्प की अव्यवस्थित प्रतिक्रिया ने लाखों अमेरिकियों की जान खतरे में डाली। ट्रंप ने इस पर पलटवार किया। ट्रम्प ने कहा कि मेरी सरकार ने कोरोना महामारी के दौरान वैक्सीन तेजी से उपलब्ध कराई। साथ ही देश को आर्थिक रूप से वापस पटरी पर लाने की कोशिश की।

8. एजूकेशन और स्टूडेंट लोन पर भी हुई बहस
शिक्षा और स्टूडेंट लोन को लेकर भी डिबेट में दोनों नेताओं के बीच जोरदार बहस हुई। हैरिस ने शिक्षा को सुलभ और किफायती बनाने की बात की और कहा कि उनके प्रशासन का लक्ष्य होगा कि छात्रों पर से ऋण का बोझ कम किया जाए। वहीं ट्रम्प ने कहा कि शिक्षा का मुद्दा राज्यों के अधिकार क्षेत्र में आना चाहिए, और संघीय सरकार का इसमें बहुत हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए।

9. नस्लीय न्याय और पुलिस सुधार पर ट्रम्प ने किया बचाव
डिबेट के दौरान नस्लीय न्याय (Racial Justice) और पुलिस सुधार (Police Reforms) पर भी बहस छिड़ी। हैरिस ने ट्रम्प प्रशासन की नीतियों की आलोचना की। हैरिस ने कहा कि ट्रम्प की सरकार ब्लैक लाइव्स मैटर जैसे आंदोलनों के खिलाफ थीं। वहीं, ट्रम्प ने अपनी पुलिस समर्थक नीतियों का बचाव किया और कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सबसे जरूरी है।

10. स्वास्थ्य सेवा पर साफ दिखे दोनों नेताओं के मतभेद
स्वास्थ्य सेवा पर भी दोनों नेताओं के बीच तीखा मतभेद देखने को मिला। हैरिस ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा को हर नागरिक के लिए सुलभ बनाना उनकी प्राथमिकता होगी। उन्होंने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उन्होंने ओबामा केयर को कमजोर किया। ट्रंप ने इसका जवाब देते हुए कहा कि ओबामा केयर असफल रहा है और उनके प्रशासन ने स्वास्थ्य सेवा में सुधार लाने की कोशिश की।