Indian Auto Market: भारत में ऑटो सेक्टर का महत्व आने वाले समय में और बढ़ने वाला है, खासतौर पर जब ऑटो एक्सपो 2025 (भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो) इस महीने से शुरू हो रहा है। यह इवेंट केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि भारतीय ऑटो इंडस्ट्री की ताकत का प्रतीक बनेगा। ऑटो सेक्टर किसी भी देश के लिए क्यों महत्वपूर्ण है? भारत में यह न केवल 3 करोड़ लोगों को रोजगार देता है, बल्कि देश की जीडीपी को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैश्विक स्तर पर भारत का नाम भी रोशन करता है।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटो इंडस्ट्री
भारत ने हाल ही में जापान को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री का दर्जा हासिल किया है। अब भारत से आगे सिर्फ अमेरिका और चीन हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा था कि भारत का ऑटो सेक्टर तेजी से नंबर-1 बनने की दिशा में बढ़ रहा है, जो हाल के वर्षों में 7वें से तीसरे स्थान तक के सफर को दिखाता है और देश की प्रगति को दर्शाता है।
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GDP में ऑटो सेक्टर का कितना योगदान?
भारत के ऑटो सेक्टर का देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। यह सेक्टर देश की कुल जीडीपी में लगभग 7% का हिस्सा रखता है, जबकि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की जीडीपी में इसकी हिस्सेदारी 40% है। इसके अलावा यह देश के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है और सरकार की जीएसटी आय का 14-15% हिस्सा ऑटो सेक्टर से आता है। कुल मिलाकर, ऑटो इंडस्ट्री का बाजार आकार 20 से 22 लाख करोड़ रुपए के बीच है, जो इसे भारत के प्रमुख उद्योगों में से एक बनाता है।
ऑटो सेक्टर में 3 करोड़ लोगों को रोजगार
भारत के ऑटो सेक्टर ने देशभर में लगभग 3 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है, जो मैन्युफैक्चरिंग, सेल्स, सर्विस और सप्लाई चेन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। यह न केवल लोगों की आजीविका का जरिया है, बल्कि देश की सामाजिक-आर्थिक संरचना को भी मजबूती प्रदान करता है।
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वैश्विक स्तर पर भारत को मिली है पहचान
- ऑटो सेक्टर ने भारत को वैश्विक स्तर पर भी प्रतिष्ठा दिलाई है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर और थ्री-व्हीलर निर्माता देश है। इसके अलावा, भारत दोपहिया वाहनों के उत्पादन में दूसरे स्थान पर है और जेसीबी जैसे कंस्ट्रक्शन उपकरणों के मामले में तीसरे स्थान पर है। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में भी भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा निर्माता है।
- ऑटो सेक्टर की यह सफलता केवल भारत के घरेलू बाजार तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक बाजार में भी इसका प्रभाव बढ़ रहा है। ऑटो एक्सपो 2025 जैसे आयोजन आने वाले समय में नई तकनीकों, इलेक्ट्रिक वाहनों और भविष्य की मोबिलिटी सॉल्यूशंस को प्रदर्शित करेंगे, जो भारत के इस सेक्टर को और भी ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
(मंजू कुमारी)